BRICS Summit: पीएम मोदी ब्रिक्स समिट में भाग लेने जाएंगे दक्षिण अफ्रीका, राष्ट्रपति रामाफोसा किया आमंत्रित
प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण अफ्रीका में होने वाली ब्रिक्स समिट में भाग लेंगे। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामाफोसा से टेलीफोन पर हुई बातचीत में मोदी ने समिट को सफल बनाने में पूरे सहयोग का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि ब्रिक्स समिट में भाग लेने के साथ ही वह भारत और दक्षिण अफ्रीका के कूटनीतिक संबंधों की 30 वीं वर्षगांठ पर द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार पर भी चर्चा करेंगे।
By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Fri, 04 Aug 2023 12:12 AM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग शहर में होने वाली ब्रिक्स समिट में भाग लेंगे। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा से टेलीफोन पर हुई बातचीत में मोदी ने समिट को सफल बनाने में पूरे सहयोग का आश्वासन दिया। 22 से 24 अगस्त तक होने वाली समिट के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित करने को रामाफोसा ने फोन किया था।
द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार पर होगी चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने इंटरनेट मीडिया पर कहा है कि ब्रिक्स समिट में भाग लेने के साथ ही वह भारत और दक्षिण अफ्रीका के कूटनीतिक संबंधों की 30 वीं वर्षगांठ पर द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार पर भी चर्चा करेंगे। विश्व की उभरती अर्थव्यवस्था वाले देशों-भारत, चीन, रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका (ब्रिक्स) की इस समिट में नए सदस्य बनाने पर भी विचार होगा।
भारत ने उन चर्चाओं को खारिज किया है कि भारत ब्रिक्स समूह के विस्तार का विरोध कर रहा है। इसी तरह की एक अन्य आधारहीन चर्चा प्रधानमंत्री मोदी के वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये समिट में शामिल होने की थी। वह भी गुरुवार को निर्मूल साबित हुई। ब्रिक्स समूह में शामिल होने के लिए सऊदी अरब, यूएई, अर्जेंटीना, ईरान, इंडोनेशिया और कजाखस्तान ने रुचि प्रदर्शित की है।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दक्षिण अफ्रीका नहीं जाएंगे
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने स्पष्ट किया कि भारत समूह के विस्तार का विरोधी नहीं है। इसको लेकर चल रही चर्चाएं सही नहीं हैं। इस मसले पर समूह में शामिल देशों के नेता विचार-विमर्श करेंगे और निर्णय लेंगे।
इस बीच रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि रूस ब्रिक्स समूह के विस्तार और उसे मजबूत बनाने का पक्षधर है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दक्षिण अफ्रीका नहीं जाएंगे। वह वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये समिट में हिस्सा लेंगे।