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नागपुर में पीएम मोदी बोले- देश को शॉर्टकट राजनीति नहीं, सतत विकास की जरूरत

PM Modi Maharashtra Visit पीएम मोदी ने रविवार को नागपुर में 75 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि शॉर्ट-कट से कोई देश चल नहीं सकता देश की प्रगति के लिए एक लॉन्ग टर्म विजन बहुत जरूरी है।

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 11 Dec 2022 01:40 PM (IST)
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पीएम मोदी ने 75 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की दी सौगात
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को महाराष्ट्र के नागपुर में 75 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस मौके पर उन्होंने कहा, 'आज जिन परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ है, वे महाराष्ट्र के विकास को नई दिशा देंगी। ये परियोजनाएं राज्य में बुनियादी ढांचे की समग्र दृष्टि प्रदान करती हैं। यह सबूत है कि महाराष्ट्र और केंद्र में डबल इंजन की सरकार कितनी तेजी से काम कर रही है।'

राज्यों की प्रगति राष्ट्र के विकास को देगी शक्ति

पीएम मोदी ने कहा, ''समृद्धि महामार्ग से मुंबई और नागपुर के बीच की दूरी तो कम होगी ​ही, साथ ही ये महाराष्ट्र के 24 जिलों को आधुनिक कनेक्टिविटी से जोड़ रहा है। आज देश में पहली बार ऐसी सरकार बनी है, जिसने इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को ह्यूमन टच दिया है। सरकार का ध्यान एक समग्र दृष्टि और दृष्टिकोण के साथ बुनियादी ढांचे के विकास पर है। राज्यों की प्रगति इस 'अमृत काल' में राष्ट्र के विकास को शक्ति देगी।''

'बीते 8 वर्षों में सोच और अप्रोच बदली'

पीएम मोदी ने आगे कहा, ''बीते 8 वर्षों में हमने सोच और अप्रोच दोनों बदली है। हम 'सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास, पर बल दे रहे हैं। मैं जब 'सबका प्रयास' कहता हूं तो इसमें हर देशवासी और राज्य शामिल है। छोटा-बड़ा सबका सामर्थ्य बढ़ेगा तब भारत विकसित बनेगा।''

'आज चौथी औद्योगिक क्रांति का समय'

प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम पहली औद्योगिक क्रांति का लाभ नहीं उठा पाए, दूसरी-तीसरी औद्यौगिक क्रांति में पीछे रहे, लेकिन आज जब चौथी औद्योगिक क्रांति का समय है, तो भारत इसे गंवा नहीं सकता।' उन्होंने कहा कि शॉर्ट-कट से कोई देश चल नहीं सकता, देश की प्रगति के लिए स्थाई विकास, स्थाई समाधान के लिए काम करना, एक लॉन्ग टर्म विजन बहुत जरूरी है।

विपक्ष पर साधा निशाना

पीएम मोदी ने कहा कि देश को सतत विकास की जरूरत है न कि शॉर्टकट राजनीति की। उन्होंने कुछ राजनीतिक दलों पर देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं आज भारत के हर युवा से आग्रह करूंगा, हर टैक्स पेयर से आग्रह करूंगा, ऐसे स्वार्थी राजनीतिक दलों और स्वार्थी राजनीतिक नेताओं का खुलासा कीजिए, जो आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया वाली कुनीति लेकर चल रहे हैं। वे इस देश को भीतर से खोखला कर देंगे।' 

नागपुर एम्स का उद्घाटन

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने प्रदर्शनी का निरीक्षण। इस दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहे। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने 520 किलोमीटर लंबे हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग (Hindu Hrudaysamrat Balasaheb Thackeray Maharashtra Samruddhi Mahamarg) के पहले चरण का उद्घाटन किया, जो नागपुर और शिरडी को जोड़ता है।

पीएम मोदी के ड्रम बजाने का वीडियो

पीएम  मोदी के ड्रम बजाने का वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआइ ने जारी किया है। ड्रम बजाने के दौरान प्रधानमंत्री काफी खुश नजर आ रहे हैं। वहीं, ड्रम बजाने वाले कलाकर भी उन्हें अपने साथ पाकर काफी खुश नजर आए।

10 जिलों से होकर गुजरता है महामार्ग 

701 किलोमीटर की कुल लंबाई वाले महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग लगभग 55,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। यह भारत के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक है, जो महाराष्ट्र के 10 जिलों और अमरावती, औरंगाबाद और नासिक के प्रमुख शहरी क्षेत्रों से होकर गुजरता है।

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को दिखाई हरी झंडी

इससे पहले, पीएम मोदी ने नागपुर में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन नागपुर और बिलासपुर के बीच चलेगी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने लगभग 590 करोड़ रुपये और 360 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास किए जाने वाले नागपुर रेलवे स्टेशन और अजनी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखी।

नागपुर मेट्रो पर सवार हुए पीएम मोदी

इसके बाद पीएम मोदी ने फ्रीडम पार्क से खपरी तक नागपुर मेट्रो की सवारी की। इस दौरान उन्होंने छात्रों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने नागपुर मेट्रो के फ्रीडम पार्क स्टेशन पर अपना टिकट खरीदा।

इससे पहले, पीएम मोदी के नागपुर पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, सीएम शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने उनका स्वागत किया। 

55 हजार करोड़ की लागत

समृद्धि महामार्ग या नागपुर-मुंबई सुपर कम्युनिकेशन एक्सप्रेसवे परियोजना देश भर में बेहतर कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। 

भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे

यह भारत के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक है, जो महाराष्ट्र के 10 जिलों और अमरावती, औरंगाबाद और नासिक के प्रमुख शहरी क्षेत्रों से होकर गुजरता है। समृद्धि महामार्ग महाराष्ट्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में गेम-चेंजर साबित होगा।

24 जिलों के विकास में मदद करेगा एक्सप्रेसवे

पीएमओ ने एक बयान में कहा, एक्सप्रेसवे आसपास के 14 अन्य जिलों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद करेगा। इस प्रकार विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र के क्षेत्रों सहित राज्य के लगभग 24 जिलों के विकास में मदद करेगा।

पर्यटन स्थलों से जुड़ेगा एक्सप्रेसवे

पीएम गति शक्ति के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी परियोजनाओं की एकीकृत योजना और समन्वित कार्यान्वयन के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण का समर्थन करते हुए समृद्धि महामार्ग दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट और अजंता एलोरा गुफाओं, शिरडी, वेरुल, लोनार आदि जैसे पर्यटन स्थलों से जुड़ जाएगा।

नागपुर मेट्रो के पहले चरण का उद्घाटन

शहरी गतिशीलता में क्रांति लाने वाले एक और कदम के तहत प्रधानमंत्री 'नागपुर मेट्रो के पहले चरण' को राष्ट्र को समर्पित किया। वह खपरी मेट्रो स्टेशन पर दो मेट्रो ट्रेनों- खपरी से ऑटोमोटिव स्क्वायर (ऑरेंज लाइन) और प्रजापति नगर से लोकमान्य नगर (एक्वा लाइन), को हरी झंडी भी दिखाई। 

8650 करोड़ की लागत

नागपुर मेट्रो के पहले चरण को 8650 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। प्रधानमंत्री ने 6700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित होने वाले नागपुर मेट्रो फेज-2 का शिलान्यास भी किया।

एम्स नागपुर का उद्घाटन

देश भर में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को एम्स नागपुर को राष्ट्र को समर्पित करने से और मजबूती मिलेगी। अस्पताल, जिसका शिलान्यास भी जुलाई 2017 में प्रधान मंत्री द्वारा किया गया था, केंद्रीय क्षेत्र की योजना प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत स्थापित किया गया है।

1575 करोड़ की लागत

एम्स नागपुर, 1575 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जा रहा है, यह अत्याधुनिक सुविधाओं वाला एक अस्पताल है, जिसमें ओपीडी, आईपीडी, डायग्नोस्टिक सेवाएं, ऑपरेशन थिएटर और 38 विभाग हैं, जिसमें सभी प्रमुख विशेषता और सुपरस्पेशियलिटी विषय शामिल हैं। चिकित्सा विज्ञान। अस्पताल महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र को आधुनिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करता है और गढ़चिरौली, गोंदिया और मेलघाट के आसपास के आदिवासी क्षेत्रों के लिए वरदान है।

कोहली-नरखेर खंड को राष्ट्र को समर्पित करेंगे प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री सरकारी रखरखाव डिपो, अजनी (नागपुर) और नागपुर-इटारसी तीसरी लाइन परियोजना के कोहली-नरखेर खंड को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इन परियोजनाओं को क्रमश: करीब 110 करोड़ रुपये और करीब 450 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय एक स्वास्थ्य संस्थान (एनआईओ), नागपुर की आधारशिला रखना 'एक स्वास्थ्य' दृष्टिकोण के तहत देश में क्षमता निर्माण और बुनियादी ढांचे की दिशा में एक कदम है।

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प्रदूषण उपशमन परियोजना की रखेंगे आधारशिला

प्रधानमंत्री नागपुर में नाग नदी के प्रदूषण उपशमन परियोजना की आधारशिला रखेंगे। परियोजना, राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना (NRCP) के तहत, 1925 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से संचालित की जाएगी।

सिकल सेल रोग का तेजी से प्रसार 

विदर्भ क्षेत्र में सिकल सेल रोग का प्रसार, विशेष रूप से जनजातीय आबादी में तुलनात्मक रूप से अधिक है।थैलेसीमिया और एचबीई जैसे अन्य हीमोग्लोबिनोपैथी के साथ यह रोग देश में एक महत्वपूर्ण बीमारी का बोझ पैदा करता है। इस मुद्दे को हल करने के लिए, प्रधानमंत्री ने फरवरी 2019 में 'सेंटर फार रिसर्च, मैनेजमेंट एंड कंट्रोल आफ हीमोग्लोबिनोपैथिस, चंद्रपुर' की आधारशिला रखी। 

केंद्र को राष्ट्र को समर्पित करेंगे प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री अब इस केंद्र को राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिसे देश में हीमोग्लोबिनोपैथी के क्षेत्र में नवीन अनुसंधान, प्रौद्योगिकी विकास, मानव संसाधन विकास के लिए उत्कृष्टता केंद्र बनने की परिकल्पना की गई है। प्रधानमंत्री सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी (CIPET), चंद्रपुर को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। संस्थान का उद्देश्य पालिमर और संबद्ध उद्योगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कुशल मानव संसाधन विकसित करना है।

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