PM Modi Bhutan Visit: अगले हफ्ते भूटान दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, प्रधानमंत्री शेरिंग तोगबे के निमंत्रण को किया स्वीकार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले हफ्ते पड़ोसी देश भूटान की यात्रा पर जाएंगे। चुनावी मौसम में दो दिन का समय निकालने की अहमियत से समझा जा सकता है कि पीएम मोदी की कूटनीति में भूटान की कितनी अहमियत है। सनद रहे कि वर्ष 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने पहली विदेश यात्रा के तौर पर भूटान का चयन किया था।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। यह बहुत ही विरले होता है कि देश का प्रधानमंत्री आम चुनावों की घोषणा के बाद विदेश दौरे पर जाए। इस बार ऐसा हो रहा है। शनिवार को चुनाव आयोग की तरफ से आम चुनाव 2024 की घोषणा की जाएगी और अगले हफ्ते पीएम नरेन्द्र मोदी पड़ोसी देश भूटान की यात्रा पर जाएंगे।
14 मार्च को ही नई दिल्ली में भूटान के पीएम शेरिंग तोगबे से मुलाकात की। यह मुलाकात पीएम मोदी के आधिकारिक निवास स्थल पर हुई, जिसमें तोगबे ने पीएम मोदी को भूटान यात्रा के लिए आमंत्रित किया, जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया।
पीएम बनने के बाद पहली विदेश यात्रा पर गए थे भूटान
चुनावी मौसम में दो दिन का समय निकालने की अहमियत से समझा जा सकता है कि पीएम मोदी की कूटनीति में भूटान की कितनी अहमियत है। सनद रहे कि वर्ष 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने पहली विदेश यात्रा के तौर पर भूटान का चयन किया था। पीएम मोदी की भूटान यात्रा को लेकर अभी आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं की गई है लेकिन इसके 21 व 22 मार्च को होने की संभावना है।विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि भूटान भारत का एक पुराना भरोसेमंद साझेदार देश है। भारत हमेशा से भूटान के विकास को प्राथमिकता देता रहा है। पीएम मोदी ने भूटान यात्रा पर जाने का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है। इस बारे में उचित समय पर विस्तार से घोषणा की जाएगी।
पीएम तोगबे ने प्रधानमंत्री के साथ हुई मुलाकात पर क्या कहा?
पीएम तोगबे ने इंटरनेट मीडिया साइट एक्स पर लिखा है, “भारतीय प्रधानमंत्री से कई मुद्दों पर विस्तार से बात हुई है। उन्होंने अगले हफ्ते भूटान आने के हमारे आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है।''भारत और भूटान के बीच बढ़ी विमर्श की रफ्तार
पिछले कुछ महीनों में देखा जाए तो भारत और भूटान के बीच विमर्श की रफ्तार काफी बढ़ गई है। जनवरी, 2024 में विदेश सचिव विनय क्वात्रा भूटान गये थे। उसके पहले भूटान नरेश भारत की यात्रा पर आये थे। इसके पीछे एक वजह चीन व भूटान के बीच सीमा विवाद सुलझाने को लेकर चल रहा विमर्श है। सीमा विवाद सुलझाने को लेकर भूटान और चीन के बीच जारी विमर्श पर भारत की नजर है क्योंकि यह सीधे तौर पर भारत के रणनीतिक हितों को प्रभावित करता है।
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