India-America Agreements: सुपर पावर के साथ भारत के 'सुपर 8 डील', अंतरिक्ष से लेकर रेलवे तक करार
India-America Agreements पीएम मोदी अमेरिका के राजकीय दौरे पर हैं जिस दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम समझौते पर हस्ताक्षर हुए। इसमें ड्रोन लड़ाकू विमान रेलवे सेक्टर और अंतरिक्ष सेक्टर समेत कई मुद्दों पर समझौता हुआ। माना जा रहा है कि इन सभी आठ समझौतों के बाद दोनों देशों के बीच के रिश्ते पहले से भी अधिक मजबूत हो जाएंगे।
By Shalini KumariEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 23 Jun 2023 04:26 PM (IST)
नई दिल्ली, शालिनी कुमारी। India-America Agreements: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तीन दिवसीय अमेरिकी यात्रा बेहद अहम मानी जा रही है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच कई अहम समझौते हुए हैं। दोनों देशों के नेताओं ने व्हाइट हाउस में बैठकर द्विपक्षीय बातचीत की और आठ अहम समझौतों पर मुहर लगा दी।
इन समझौतों पर मुहर लगने के बाद भारत-अमेरिका के बीच के संबंध और भी मजबूत हो जाएंगे। बैठक के बाद पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडन ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए ड्रोन, जेट इंजन और स्पेस समेत कई समझौतों की घोषणा की।
आर्टेमिस एकॉर्ड्स पर दोनों देश सहमत
भारत और अमेरिका के बीच होने वाले सबसे अहम समझौते में 'आर्टेमिस एकॉर्ड्स' शामिल है। इसके जरिए समान विचारधारा वाले देश को नागरिक अंतरिक्ष खोज वाले मुद्दे पर एक साथ काम करते हैं। साल 2024 में नासा और इसरो एक साथ मिलकर संयुक्त मिशन करने पर सहमत हुए हैं। इस मिशन के पूरा होने के बाद भारत उन देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा, जो अंतरिक्ष में अमेरिका का सहयोगी है। अगले साल नासा के जरिए भारतीय अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की भी यात्रा करेंगे।गुजरात में स्थापित होगा सेमीकंडक्टर संयंत्र
कंप्यूटर चिप बनाने वाली कंपनी माइक्रोन ने गुजरात में अपना सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्टिंग का संयंत्र स्थापित करने का फैसला लिया है। माइक्रोन टेक्नोलॉजी और भारत नेशनल सेमीकंडक्टर मिशन मिलकर भारत में सेमीकंडक्टर बनाएंगे। इसके लिए कंपनी की ओर से 2.75 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा। राष्ट्रपति बाइडेन की ओर से कहा गया है कि कैंसर और डायबिटीज जैसी बीमारियों के टेस्ट और इलाज के लिए इस समझौते पर सहमति जताई गई है।
भारत में बनेंगे लड़ाकू विमान के इंजन
भारत में जीई एयरोस्पेस कंपनी का इंजन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाया जाएगा। इसके बाद फाइटर जेट के इंजन भारत में बनने लगेंगे। जानकारी के मुताबिक, इस कंपनी में भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट तेजस के मेक-2 का एफ 414 इंजन बनाया जाएगा। इसके तहत अब GE एयरोस्पेस HAL के साथ मिलकर भारतीय वायुसेना के लिए लड़ाकू जेट इंजन बनाएगी।अमेरिका ने भारत के दो स्टार्टअप्स के साथ MoU पर किए हस्ताक्षर
भारत और अमेरिका ने मिलकर यूएस-इंडिया डिफेंस एक्सीलेरेशन इकोसिस्टम (INDUS-X) शुरू करने के फैसले पर सहमति जताई है, जिस नेटवर्क में दोनों देशों की यूनिवर्सिटी, स्टार्टअप्स, इंडस्ट्री और थिंक टैंक्स शामिल होंगे।
अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस स्पेस फोर्स ने भारत के स्टार्टअप्स 114AI और 3rdiTech के साथ MoU पर हस्ताक्षर किया किया है। इस समझौते के बाद भारतीय स्टार्टअप कंपनियां भी आने वाले समय में दुनिया के अन्य देशों में अपना हथियार सप्लाई कर सकती है।