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PM Modi का गोवा दौरा आज, मोपा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे समेत तीन नेशनल आयुष इंस्टीट्यूट का करेंगे उद्घाटन

पीएम मोदी रविवार को गोवा में विश्व आयुर्वेद महासम्मेलन के दौरान देश को तीन नेशनल आयुष इंस्टीट्यूट का तोहफा देने जा रहे हैं। मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा गोवा का दूसरा हवाई अड्डा होगा। 2016 में प्रधान मंत्री द्वारा हवाई अड्डे की आधारशिला भी रखी गई थी।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Sun, 11 Dec 2022 05:59 AM (IST)
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गोवा से करेंगे एक साथ उद्घाटन, बड़े समुदाय को सस्ती आयुष सेवा होगी उपलब्ध
अरविंद शर्मा, पणजी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार, 11 दिसंबर को गोवा का दौरा करने वाले हैं। अपनी यात्रा के दौरान, वह मोपा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे और 9वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के समापन सत्र को भी संबोधित करेंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी रविवार को गोवा में विश्व आयुर्वेद महासम्मेलन के दौरान देश को तीन नेशनल आयुष इंस्टीट्यूट का तोहफा देने जा रहे हैं।

गोवा में स्थापित किए जा रहे अखिल भरतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) के सैटेलाइट परिसर के साथ आयुष मंत्रालय के दो और राष्ट्रीय आयुष संस्थानों- गाजियाबाद स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ यूनानी मेडिसिन (एनआईयूएम) और दिल्ली स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ होम्योपैथी (एनआईएच) का वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक साथ उद्घाटन करेंगे।

मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा

मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा गोवा का दूसरा हवाई अड्डा होगा। 2016 में प्रधान मंत्री द्वारा हवाई अड्डे की आधारशिला भी रखी गई थी। यह हवाई अड्डा 2,870 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है, जो कार्गो सेवाओं को भी पूरा करेगा। मौजूदा डाबोलिम हवाई अड्डा 15 घरेलू और 6 अंतरराष्ट्रीय स्थानों के साथ सीधा संपर्क प्रदान करता है। मोपा हवाईअड्डे के जरिए परिचालन बढ़कर 35 घरेलू और 18 अंतरराष्ट्रीय स्थानों तक पहुंच जाएगा।

आयुष मंत्री ने की तैयारियों की समीक्षा

आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शनिवार को गोवा में आरोग्य एक्सपो- 2022 एवं आयुर्वेद संस्थान के सेटेलाइट केंद्र का दौरा किया और तैयारियों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री रविवार शाम गोवा में विश्व आयुर्वेद महासम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करेंगे। तीनों संस्थानों का उद्घाटन पारंपरिक चिकित्सा क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को विस्तार और अनुसंधान को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम होगा। तीनों संस्थान अनुसंधान के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को और मजबूत करेंगे एवं बड़ी आबादी के लिए सस्ती आयुष सेवाओं की सुविधा प्रदान करेंगे।

मेडिकल पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

तीनों संस्थानों की स्थापना से आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी में यूजी-पीजी और डाक्टरेट करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए चार सौ सीटें ज्यादा सृजित होंगी। इन संस्थानों में 550 अतिरिक्त बेड भी जोड़े जाएंगे। मंत्रालय के अनुसार एआईआईए का गोवा केंद्र आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली के माध्यम से शिक्षा, अनुसंधान और मरीजों की सेवाओं के पहलुओं में यूजी-पीजी और पोस्ट डाक्टरल स्ट्रीम्स के लिए उच्चतम गुणवत्ता वाली सुविधाएं प्रदान करने के लिए काम करेगा। इसे मेडिकल पर्यटन को बढ़ावा देने वाले आयुर्वेद के एक वेलनेस केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।

साथ ही यह संस्थान शैक्षणिक व अनुसंधान से संबंधित उद्देश्यों को पूरा करने और अंतरराष्ट्रीय-राष्ट्रीय सहयोग के लिए एक माडल केंद्र के रूप में कार्य करेगा। दिल्ली स्थित राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान उत्तर भारत में होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली विकसित करने और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए अपनी तरह का पहला संस्थान है। इसी तरह गाजियाबाद स्थित राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान (एनआईयूएम) बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान का एक सैटेलाइट केंद्र होगा। एआईआईए के गोवा सैटेलाइट परिसर के दौरे के समय आयुष मंत्री के साथ केंद्रीय आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेजा, आयुष मंत्रालय के कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा गोवा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी थे।

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