1993 में पीएम मोदी पहली बार गए थे अमेरिका, यात्रा ने निभाई उनके ग्लोबल विजन को आकार देने में अहम भूमिका
पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के बीच अमेरिका से उनके पुराने रिश्ते एक बार फिर चर्चा में हैं। मोदी आर्काइव ने पीएम मोदी की करीब 30 वर्ष पहले की यात्रा का ब्यौरा एक्स पर पोस्ट किया है। उस समय नरेन्द्र मोदी एक युवा नेता के तौर पर अमेरिका गए थे। इस यात्रा ने पीएम मोदी ग्लोबल विजन को आकार देने में अहम भूमिका निभाई।
जेएनएन,नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के बीच अमेरिका से उनके पुराने रिश्ते एक बार फिर चर्चा में हैं। मोदी आर्काइव ने पीएम मोदी की करीब 30 वर्ष पहले की यात्रा का ब्यौरा एक्स पर पोस्ट किया है। उस समय नरेन्द्र मोदी एक युवा नेता के तौर पर अमेरिका गए थे। इस यात्रा ने पीएम मोदी ग्लोबल विजन को आकार देने में अहम भूमिका निभाई।
पीएम मोदी की अगुआई में आज भारत वैश्विक कूटनीति की दुनिया का न सिर्फ अहम खिलाड़ी है बल्कि नरेन्द्र मोदी को ऐसे वैश्विक नेता के तौर पर स्वीकार किया जाता है, जो रूस- यूक्रेन संघर्ष को खत्म कराने में अहम भूमिका निभा सकता है।
1993 में यूएस स्टेट डिपार्टमेंट एंड द अमेरिकन काउंसिल आफ यंग पालिटिकल लीडर्स ने नरेन्द्र मोदी को गुजरात के युवा भाजपा के नेता के तौर पर विशेष कार्यक्रम के लिए अमेरिका आने का न्यौता दिया था। 10- 23 जुलाई तक चले इस कार्यक्रम ने नरेन्द्र मोदी को अमेरिका के नेताओं, वरिष्ठ अधिकारियों, नीति निर्माताओं और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से बातचीत करने का मौका दिया था।
दुनिया को बेहतर तरीके से जाना
पोस्ट में कहा गया है '' कम उम्र से ही नरेन्द्र मोदी भारत और दुनिया को बेहतर तरीके से जानना समझना चाहते थे। वे विदेश में जहां भी गए, उनका ध्यान इस बात पर रहता था कि वे वहां के कामकाज के बेहतर तौर तरीकों को आत्मसात करें और इनका इस्तेमाल भारत के विकास के लिए करें।'अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान उन्होंने कांग्रेस और सीनेट के सदस्यों, गवर्नरों और मेयरों से मुलाकात कर अमेरिका की राजनीति, विदेश नीति और शासन के बारे में अहम जानकारियां हासिल की। उनके यात्रा कार्यक्रम में पेंटागन सिटी, एंड्रयूज एयर फोर्स बेस, माउंट रशमोर, बैडलैंड्स नेशनल पार्क और क्रेजी हार्स मेमोरियल माउंटेन जैसे महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल भी शामिल थे।
अंतरिक्ष केंद्र ह्यूस्टन का दौरा किया किया
ह्यूस्टन में, नरेंद्र मोदी ने विश्व सबसे बड़े मेडिकल सेंटर में से एक ह्यूस्टन मेडिकल सेंटर नासा के अंतरिक्ष केंद्र ह्यूस्टन का दौरा किया किया। इससे तकनीकी प्रगति और नवाचार के बारे में उनकी समझ और व्यापक हुई।