Global Millets Conference में PM Modi बोले, भारत में समग्र विकास का माध्यम बन रहा 'श्री अन्न'
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली के पूसा में ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्न) सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने जनसभा को संबोधित भी किया। बता दें इस साल को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर के रूप में मनाया जा रहा है।
By Achyut KumarEdited By: Achyut KumarUpdated: Sat, 18 Mar 2023 12:27 PM (IST)
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। Global Millets Shri Anna Conference: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्न) सम्मेलन का उद्घाटन करने शनिवार को पूसा पहुंचे। यहां उन्होंने IARI कैंपस में लगे विभिन्न स्टॉल का ऑडियो विजुअल भी देखा। इसके बाद पीएम मोदी ने डाक टिकट और इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर 2023 के आधिकारिक सिक्के का भी अनावरण करने के बाद जनसभा को संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री के साथ इस सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, मनसुख मांडविया और पीयूष गोयल भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने किया मार्गदर्शन
कृृषि मंत्री तोमर ने कहा कि आज मिलेट्स का शुभारंभ उत्सव है। मिलेट्स विषय को लेकर जब भी कोई सवाल आया तो पीएम मोदी ने बहुत ही उत्साह से हम सब लोगों का मार्गदर्शन किया और उसी के परिणामस्वरूप ये कार्यक्रम ऊंचाई पर पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की पहल पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर घोषित करने के परिणामस्वरूप श्री अन्न की घरेलू और वैश्विक मांग में वृद्धि हुई है।
PM Narendra Modi releases postal stamp, unveils the official coin of the International Year of Millets 2023 at Global Millets Conference in Pusa, New Delhi pic.twitter.com/FCfUKB6GsS
— ANI (@ANI) March 18, 2023
''मोटे अनाज को फ्री अन्न की पहचान दी गई है''
पीएम मोदी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मोटे अनाज को फ्री अन्न की पहचान दी गई है। यह केवल खेती खाने तक सीमित नहीं है। जो लोग भारत की परंपराओं से परिचित हैं, वे यह भी जानते हैं कि किसी के आगे 'श्री' ऐसे ही नहीं जुड़ता है, जहां 'श्री' होती है, वहां 'समृद्धि' भी होती है, 'समग्रता' भी होती है।पीएम मोदी ने समझाया 'श्री अन्न' का मतलब
प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री अन्न भारत में समग्र विकास का माध्यम बन रहा है। इसमें गांव भी जुड़ा है, गरीब भी जुड़ा है। श्री अन्न यानी यानी देश के छोटे किसानों के समृद्धि का द्वार, श्री अन्न यानी देश के करोड़ों लोगों के पोषण का कर्णधार, श्री अन्न यानी देश के आदिवासी समाज का सत्कार, श्री अन्न यानी कम पानी में ज्यादा फसल की पैदावार, श्री अन्न यानी केमिकल मुक्त खेती का बड़ा आधार, श्री अन्न यानी क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों से निपटने में मददगार।
''भारत की बढ़ती जिम्मेदारी का प्रतीक है ग्लोबल मिलेट्स कॉन्फ्रेंस''
पीएम मोदी ने कहा, ''मुझे गर्व है कि भारत 'अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर' का नेतृत्व कर रहा है। ग्लोबल मिलेट्स कॉन्फ्रेंस जैसे आयोजन न केवल ग्लोबल गुड के लिए जरूरी हैं, बल्कि ग्लोबल गुड्स के लिए भारत की बढ़ती जिम्मेदारी का प्रतीक भी हैं।'' उन्होंने कहा कि मोटे अनाज से ढाई करोड़ किसान जुड़े हुए हैं।''