पीएम मोदी ने 22 जनवरी को रामकाज और 23 को गरीब काज किया, शाह बोले- कर्पूरी की सोच को प्रधानमंत्री ने विस्तार दिया
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विख्यात समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर के जन्मशताब्दी वर्ष पर उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने के केंद्र सरकार के फैसले को गरीब काज बताया है। शाह ने कहा कि कर्पूरी सादगी सिद्धांत सरलता और संघर्ष से जननायक बने थे किंतु भारत रत्न बनने में बहुत समय लगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विख्यात समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर के जन्मशताब्दी वर्ष पर उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देने के केंद्र सरकार के फैसले को गरीब काज बताया है।
दिल्ली के विज्ञान भवन में केंद्र सरकार की ओर से बुधवार को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने अयोध्या में श्रीराम लला के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा एवं कर्पूरी के सम्मान को सरकार के सत्कार्य से जोड़ा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 जनवरी को रामलला विराजमान कर राम काज किया और दूसरे ही दिन 23 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर को वर्षों से प्रतीक्षित सम्मान देकर गरीब काज किया।
कर्पूरी सादगी, सिद्धांत, सरलता और संघर्ष से जननायक बने
उन्होंने कहा कि कर्पूरी सादगी, सिद्धांत, सरलता और संघर्ष से जननायक बने थे, किंतु भारत रत्न बनने में बहुत समय लगा। पूर्ववर्ती सरकारों पर कर्पूरी ठाकुर की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए अमित शाह ने कहा कि मांग तो लंबे समय से बहुत होती रही, किंतु किसी ने सोचा तक नहीं। यहां तक कि मांग करने वाले भी जब सत्ता में आए तो अपनी मांग भूल गए।पहले परिवार के करीबी नेताओं का ही सम्मान होता था
शाह ने कहा कि कर्पूरी की तरह ही अभावों में पले-बढ़े गरीब चायवाले का बेटा जब प्रधानमंत्री बना तो जननायक को उचित सम्मान मिला। उन्होंने कहा कि पहले सिर्फ परिवार के करीबी नेताओं का ही सम्मान होता था, लेकिन मोदी सरकार ने परंपरा बदल दी। अब जननायकों को सम्मानित किया जाता है।
देश के 70 करोड़ गरीबों को सम्मानित किया
कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के निर्णय को अमित शाह ने दलितों, गरीबों, आदिवासियों एवं हाशिए के लोगों के हित में काम करने वालों के लिए प्रेरणा बताया और कहा कि मोदी सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को सम्मानित कर देश के 70 करोड़ गरीबों को सम्मानित किया है। इससे सिद्धांतों की राजनीति और पिछड़े-वंचितों के बारे में सोचने वालों को संबल मिलेगा। यह नई राजनीति का सूत्रपात भी है।प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा कर रामकाज किया और 23 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न देकर गरीबकाज किया।#BharatRatnaKarpooriThakurJi pic.twitter.com/3YE8mYnCMH
— Amit Shah (@AmitShah) January 24, 2024
सच्ची आजादी तब होगी, जब सबके हाथ में रोटी होगी
अमित शाह ने कर्पूरी ठाकुर के संघर्षों का जिक्र करते हुए उन्हें गरीबों-वंचितों का सच्चा हमदर्द और मजबूत इरादों का नायक बताया और कहा कि कर्पूरी में लोहिया, अंबेडकर और गांधी के गुण थे। कर्पूरी कहा करते थे कि सच्ची आजादी तब होगी, जब सबके हाथ में रोटी होगी।