45 घंटे का प्रवास..., इस मंदिर में पूजा-अर्चना फिर विवेकानन्द रॉक मेमोरियल में ध्यान; पढ़ें कन्याकुमारी में PM Modi का पूरा प्लान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कन्याकुमारी के प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल में दो दिन ध्यान लगाएंगे। यहां करीब 45 घंटे के उनके प्रवास के लिए सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी में उसी स्थान पर ध्यान लगाएंगे जहां देशभर का दौरा करने के बाद स्वामी विवेकानंद ने तीन तक ध्यान लगाया था और विकसित भारत का सपना देखा था।
पीटीआई, कन्याकुमारी। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान करीब ढाई माह तक देशभर में लगभग 200 चुनावी रैलियां और रोड शो करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को अंतिम चरण का चुनाव प्रचार थमने के बाद कन्याकुमारी के प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल में दो दिन ध्यान लगाएंगे। यहां करीब 45 घंटे के उनके प्रवास के लिए सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं।
2000 पुलिसकर्मियों की होगी तैनाती
2,000 पुलिसकर्मियों के अलावा विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां कड़ी निगरानी रखेंगी। यही नहीं, भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना भी समुद्री सीमाओं पर निगरानी बनाए रखेंगी। इसके पहले 2019 में चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ की गुफा में ध्यान लगाया था।
DMK ने दायर की याचिका
इस बीच, तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक ने प्रधानमंत्री के आध्यात्मिक प्रवास के खिलाफ जिला कलेक्टर के पास याचिका दायर की है। इसमें उसने चुनाव आचार संहिता लागू होने और पर्यटन सीजन का हवाला दिया है कि इस दौरान घरेलू और विदेशी पर्यटकों की अच्छी खासी तादाद यहां आती है।इतने दिनों तक पर्यटकों के लिए रहेगा बंद
देश के सबसे दक्षिणी छोर पर स्थित कन्याकुमारी में गुरुवार से शनिवार तक समुद्र तट पर्यटकों के लिए बंद रहेगा और निजी नौकाओं को भी चलने की अनुमति नहीं होगी। उधर, सूत्रों ने बुधवार को बताया कि चुनावी कानून के तहत प्रधानमंत्री के चुनाव के दौरान ध्यान यात्रा करने पर कोई रोक नहीं है।
इस स्थान पर ध्यान लगाएंगे पीएम मोदी
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी में उसी स्थान पर ध्यान लगाएंगे जहां देशभर का दौरा करने के बाद स्वामी विवेकानंद ने तीन तक ध्यान लगाया था और विकसित भारत का सपना देखा था। इस स्थान का नाम स्वामी विवेकानंद की याद में ही विवेकानंद रॉक मेमोरियल रखा गया है। यह भारत का सुदूर दक्षिण का हिस्सा है, जहां पर कि पूर्वी व पश्चिमी घाट आपस में मिलते हैं। यह स्थल हिंद महासागर, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी का भी मिलन स्थल है।ये होगा पूरा कार्यक्रम
देखने वाली बात ये है कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी चुनाव प्रचार के दौरान 2047 तक विकसित भारत का निर्माण प्रमुख मुद्दा बनाया है। भाजपा नेताओं ने बताया कि मोदी आध्यात्मिक प्रवास के लिए 30 मई को दोपहर बाद कन्याकुमारी पहुंचेंगे। इसके बाद वे विवेकानंद रॉक मेमोरियल जाएंगे। मोदी 30 मई की शाम से एक जून की शाम तक ध्यान मंडपम में ध्यान लगाएंगे। प्रधानमंत्री यहां प्रसिद्ध श्री भगवती अम्मन मंदिर में भी पूजा-अर्चना कर सकते हैं। एक जून शाम को यहां से रवाना होने से पहले मोदी संभवत: तमिल कवि तिरुवल्लुवर की 133 फीट ऊंची प्रतिमा देखने भी जाएंगे।