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PM Modi Mann Ki Baat: 'कर्तव्य निभाते हुए ही हम अपने लक्ष्यों को पा सकते हैं' मन की बात में बोले पीएम मोदी

PM Modi Mann Ki Baat । पीएम मोदी ने आज मन की बात के 105वें एपिसोड को संबोधित किया।इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी का संभल जिला जनभागीदारी की मिसाल है। सोत नदी को पुनर्जीवित करने के लिए 70 गांव एकजुट हो गए। लोगों ने नदी के किनारे 10 हजार बांस के पौधे भी लगाए हैं। बता दें कि मन की बात एक मासिक रेडियो कार्यक्रम है।

By Jagran NewsEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 24 Sep 2023 11:57 AM (IST)
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PM Modi Mann Ki Baat : पीएम मोदी ने 'मन की बात' को 105वीं बार किया संबोधित
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। PM Modi Mann Ki Baat LIVE Updates: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 'मन की बात' के 105वें  एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ के एक और एपिसोड में मुझे आप सभी के साथ देश की सफलता को, देशवासियों की सफलता को, उनकी प्रेरणादायक जिंदगी के सफर को आपसे साझा करने का अवसर मिला है।

'चंद्रयान-3 की लैंडिंग और G20 समिट को लेकर मिले सबसे ज्यादा पत्र'

पीएम मोदी ने कहा कि इन दिनों सबसे ज्यादा पत्र और सन्देश, जो मुझे मिले हैं, वो दो विषयों पर बहुत अधिक है।पहला विषय है, चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग और दूसरा विषय है दिल्ली में G-20 का सफल आयोजन। देश के हर हिस्से, समाज के हर वर्ग से, हर उम्र के लोगों के मुझे अनगिनत पत्र मिले हैं।

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चंद्रयान-3 की लैंडिंग के दौरान इसरो ने बनाया रिकॉर्ड

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब चंद्रयान-3 का लैंडर चंद्रमा पर उतरने वाला था, तब करोड़ों लोग अलग-अलग माध्यमों के जरिए एक साथ इस घटना के पल-पल के साक्षी बन रहे थे। इसरो के YouTube Live Channel पर 80 लाख से ज्यादा लोगों ने इस घटना को देखा, जो अपने आप में ही एक रिकॉर्ड है। इससे पता चलता है कि चंद्रयान-3 से करोड़ों भारतीयों का कितना गहरा लगाव है।

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'चंद्रयान-3 महाक्विज' का जिक्र

मन की बात के 105वें एपिसोड को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने चंद्रयान की सफलता पर चल रहे क्विज कंपटीशन 'चंद्रयान-3 महाक्विज' का भी जिक्र किया उन्होंने बताया कि MY Gov portal पर हो रहे इस कंपटीशन में अब तक 15 लाख से ज्यादा लोग हिस्सा ले चुके हैं। प्रधानमंत्री ने लोगों से क्विज कंपटीशन में भाग लेने की भी अपील की।

पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें

  • चंद्रयान-3 की सफलता के बाद G-20 के शानदार आयोजन ने हर भारतीय की खुशी को दोगुना कर दिया। भारत मंडपम तो अपने आप में एक सेलेब्रिटी की तरह हो गया है | लोग उसके साथ सेल्फी खिंचा रहे हैं और गर्व से पोस्ट भी कर रहे हैं।
  • भारत ने G20 समिट में अफ्रीकन यूनियन को G20 में पूर्ण सदस्य बनाकर अपने नेतृत्व का लोहा मनवाया है।
  • जब भारत बहुत समृद्ध था, उस जमाने में हमारे देश में और दुनिया में सिल्क रूट की बहुत चर्चा होती थी। ये सिल्करूट व्यापार-कारोबार का बहुत बड़ा माध्यम था। अब आधुनिक जमाने में भारत ने एक और इकोनॉमिक कॉरिडोर जी-20 में सुझाया है। इसका नाम है- इंडिया मिडिल ईस्ट यूरोप कॉरिडोर।
  • ये कॉरिडोर आने वाले सैकड़ों सालों तक विश्व व्यापार का आधार बनने जा रहा है और इतिहास इस बात को हमेशा याद रखेगा कि इस कॉरिडोर का सूत्रपात भारत की धरती पर हुआ था।
  • दिल्ली में एक और एक्साइटिंग प्रोग्राम होने जा रहा है- G20 University Connect Programme। इस प्रोग्राम के जरिए देशभर के यूनिवर्सिटी के लाखों छात्र एक-दूसरे से जुड़ेंगे। इसमें आइआइटी, आइआइएम, एनआइटी और मेडिकल कॉलेज जैसे कई प्रतिष्ठित संस्थान भी भाग लेंगे।
  • आज से दो दिन बाद 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस है। पर्यटन को कुछ लोग सिर्फ सैर-सपाटे के तौर पर देखते हैं, लेकिन पर्यटन का एक बहुत बड़ा पहलू रोजगार से जुड़ा है। कहते हैं, सबसे कम इन्वेस्टमेंट में सबसे ज्यादा रोजगार अगर कोई सेक्टर पैदा करता है तो वो टूरिज्म सेक्टर ही है।
  • G20 के सफल आयोजन के बाद दुनिया के लोगों का इंटरेस्ट भारत में और बढ़ गया है। G20 में एक लाख से ज्यादा प्रतिनिधि भारत आए और यहां की विविधता, अलग-अलग परम्पराएं, भांति-भांति का खानपान और हमारी धरोहरों से परिचित हुए। यहां आने वाले प्रतिनिधि अपने साथ जो शानदार अनुभव लेकर गए हैं, उससे पर्यटन का और विस्तार होगा।
  • भारत में विश्व धरोहर स्थलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले दिनों कर्नाटक के पवित्र होयसड़ा मंदिरों को वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया गया। मैं इस शानदार उपलब्धि के लिए समस्त देशवासियों को बधाई देता हूं।
  • गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने शान्तिनिकेतन का Motto संस्कृत के एक प्राचीन श्लोक से लिया था | वह श्लोक है- “यत्र विश्वम भवत्येक नीडम्” अर्थात, जहां एक छोटे से घोंसले में पूरा संसार समाहित हो सकता है।
  • कर्नाटक के जिन होयसड़ा मंदिरों को UNESCO ने विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है, उन्हें, 13वीं शताब्दी के बेहतरीन वास्तुकला के लिए जाना जाता है। इन मंदिरों को UNESCO से मान्यता मिलना, मंदिर निर्माण की भारतीय परंपरा का भी सम्मान है।
  • भारत में अब World Heritage Properties की कुल संख्या 42 हो गई है। भारत का प्रयास है कि हमारे ज्यादा-से-ज्यादा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जगहों को World Heritage Sites की मान्यता मिले।
  • यूपी का संभल जिला जनभागीदारी की मिसाल है। सोत नदी को पुनर्जीवित करने के लिए 70 गांव एकजुट हुए। लोगों ने नदी के किनारे 10,000 बांस के पौधे भी लगाए हैं।
  • भारतीय संस्कृति और भारतीय संगीत अब ग्लोबल हो चुका है। दुनिया भर के लोगों का इससे लगाव दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है।
  • 21 साल की कैसमी इन दिनों इंस्टाग्राम पर खूब छाई हुई है। जर्मनी की रहने वाली कैसमी कभी भारत नहीं आई है, लेकिन वो भारतीय संगीत की दीवानी हैं। जिसने कभी भारत को देखा तक नहीं, उसकी भारतीय संगीत में ये रुचि बहुत ही प्रेरणादायक है।
  • कैसमी जन्म से ही देख नहीं पातीं, लेकिन ये मुश्किल चुनौती उन्हें असाधारण उपलब्धियों से रोक नहीं पाई। संगीत और क्रिएटिविटी को लेकर उनका जुनून कुछ ऐसा था कि बचपन में ही उन्होंने गाना शुरू कर दिया। अफ्रीकन ड्रमिंग की शुरुआत तो उन्होंने महज तीन साल में कर दी।
  • कैसमी का भारतीय संगीत से परिचय पांच-छह साल पहले ही हुआ। भारतीय संगीत ने उनको इतना मोह लिया कि वो इसमें पूरी तरह से रम गईं। उन्होंने तबला बजाना भी सीखा है। सबसे प्रेरणादायक बात तो यह है कि वे कई सारी भारतीय भाषाओं में गाने में महारत हासिल कर चुकी हैं।
  • हमारे देश में शिक्षा को हमेशा एक सेवा के रूप में देखा जाता है। मुझे उत्तराखंड के कुछ ऐसे युवाओं के बारे में पता चला है, जो इसी भावना के साथ बच्चों की शिक्षा के लिए काम कर रहे हैं। नैनीताल जिले में कुछ युवाओं ने बच्चों के लइे अनोखी घोड़ा लाइब्रेरी की शुरुआत की है।
  • इस लाइब्रेरी की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि दुर्गम से दुर्गम इलाकों में भी इसके जरिए बच्चों तक पुस्तकें पहुंच रही हैं। इतना ही नहीं, ये सेवा बिल्कुल निशुल्क हैं। अब तक इसके माध्यम से नैनीताल के 12 गांवों को कवर किया गया है। बच्चों की शिक्षा से जुड़े इस नेक काम में मदद करने के लिए स्थानीय लोग भी खूब आगे आ रहे हैं।
  • ये बात सही है कि आज का दौर Digital Technology और E-Books का है, लेकिन फिर भी किताबें, हमारे जीवन में हमेशा एक अच्छे दोस्त की भूमिका निभाती है | इसलिए, हमें बच्चों को किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए |"
  • हमारे शास्त्रों में कहा गया है- जीवेषु करुणा चापि, मैत्री तेषु विधीयताम्। अर्थात्, जीवों पर करुणा कीजिए और उन्हें अपना मित्र बनाइए। हमारे तो ज्यादातर देवी-देवताओं की सवारी ही पशु-पक्षी हैं। ये जीव-जंतु हमारी आस्था के केंद्र में तो रहने ही चाहिए, हमें इनका हर संभव संरक्षण भी करना चाहिए। बीते कुछ वर्षों में, देश में, शेर, बाघ, तेंदुआ और हाथियों की संख्या में उत्साहवर्धक बढ़ोत्तरी देखी गई है।
  • आजादी का ये अमृतकाल, देश के लिए हर नागरिक का कर्तव्यकाल भी है। अपने कर्तव्य निभाते हुए ही हम अपने लक्ष्यों को पा सकते हैं, अपनी मंजिल तक पहुंच सकते हैं। कर्तव्य की भावना, हम सभी को एक सूत्र में पिरोती है।
  • जब इरादे अटल हों और कुछ सीखने की लगन हो, तो कोई काम, मुश्किल नहीं रह जाता है।
  • दिल्ली में G20 Summit के दौरान उस दृश्य को भला कौन भूल सकता है, जब कई World Leaders बापू को श्रद्धासुमन अर्पित करने एक साथ राजघाट पहुंचे। यह इस बात का एक बड़ा प्रमाण है कि दुनिया-भर में बापू के विचार आज भी कितने प्रासांगिक है।
  • मुझे इस बात की भी खुशी है कि गांधी जयंती को लेकर पूरे देश में स्वच्छता से सम्बंधित बहुत सारे कार्यक्रमों का प्लान किया गया है | केंद्र सरकार के सभी कार्यालयों में ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ काफी जोर-शोर से जारी है ।
  • आज मैं 'मन की बात' के माध्यम से सभी देशवासियों से एक आग्रह भी करना चाहता हूं। एक अक्टूबर यानी रविवार को सुबह 10 बजे स्वच्छता पर एक बड़ा आयोजन होने जा रहा है। आप भी अपना वक्त निकालकर स्वच्छता के जुड़े इस अभियान में अपना हाथ बटाएं।
  • जहां तक संभव हो, आप भारत में बने सामानों की खरीदारी करें, भारतीय Product का उपयोग करें और Made in India सामान का ही उपहार दें।

सुबह 11 बजे से होता है मन की बात का प्रसारण

गौरतलब है कि 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण सुबह 11 बजे से किया जा रहा है। पीएम मोदी हर महीने के अंतिम रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम को संबोधित करते हैं। यह एक मासिक रेडियो कार्यक्रम हैं।