Move to Jagran APP

PM मोदी 29 फरवरी को करेंगे कोल इंडिया की दो परियोजनाओं का उद्घाटन, 1,400 करोड़ की लागत से हुआ निर्माण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 फरवरी को दो महत्वपूर्ण फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी परियोजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। मंत्रालय ने बताया कि जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाना है उनमें जयंत ओसीपी सीएचपी-SILO और दुधिचुआ ओसीपी सीएचपी-SILO शामिल हैं। मंत्रालय ने कहा कि इन परियोजनाओं का मूल्य 1393.69 करोड़ रुपये है। बता दें कि इन परियोजनाओं से कोयले की आपूर्ति और गुणवत्ता बढ़ेगी।

By Agency Edited By: Mohd Faisal Updated: Wed, 28 Feb 2024 03:10 PM (IST)
Hero Image
पीएम मोदी 29 फरवरी को करेंगे कोल इंडिया की दो परियोजनाओं का उद्घाटन (फाइल फोटो)
पीटीआई, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को कोल इंडिया की 1,393.69 करोड़ रुपये की दो प्रथम-मील कनेक्टिविटी परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस परियोजनाओं के उद्घाटन के बाद कोयले की आपूर्ति में इजाफा होगा।

फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी (FMC) परियोजनाओं से सूखे ईंधन के परिवहन के लिए सड़क यातायात पर राज्य के स्वामित्व वाले कोयला उत्पादकों की निर्भरता कम होने की उम्मीद है।

पीएम मोदी करेंगे वर्चुअली उद्घाटन

कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 फरवरी को दो महत्वपूर्ण फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी परियोजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। कोल इंडिया की शाखा नॉर्थर कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) स्वामित्व वाली परियोजनाओं से कोयले की आपूर्ति और गुणवत्ता बढ़ेगी।

दोनों परियोजनाओं में इतने करोड़ का हुआ निवेश

मंत्रालय ने कहा कि इन परियोजनाओं का मूल्य 1,393.69 करोड़ रुपये है। मंत्रालय ने बताया कि जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाना है, उनमें जयंत ओसीपी सीएचपी-SILO और दुधिचुआ ओसीपी सीएचपी-SILO शामिल हैं। जयंत ओसीपी सीएचपी-SILO (Jayant OCP CHP-SILO) और दुधीचुआ ओसीपी सीएचपी-SILO (Dudhichua OCP CHP-SILO) है।

15 मिलियन टन है जयंत ओसीपी सीएचपी-SILO की क्षमता

जयंत ओसीपी सीएचपी-SILO की क्षमता 15 मिलियन टन प्रतिवर्ष है और इसे 723.50 करोड़ रुपये के निवेश से विकसित किया गया है। इसके अलावा दुधिचुआ ओसीपी सीएचपी-SILO की क्षमता 10 मिलियन टन प्रतिवर्ष है। इसका निर्माण 670.19 करोड़ रुपये के निवेश से किया गया है।

मंत्रालय ने कहा कि इन परियोजनाओं से कोयला परिवहन के समय के साथ-साथ उत्पादन लागत में भी कमी आएगी और यातायात की भीड़, दुर्घटनाओं और पर्यावरण प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी।

यह भी पढ़ें- Tamil Nadu: पूर्व मंत्री सेंथिल बालाजी को Madras High Court से झटका, चार महीने में दूसरी बार खारिज हुई जमानत याचिका

यह भी पढ़ें- 'सत्य कड़वा होता है, लेकिन जरूरी भी...', तमिलनाडु में कांग्रेस और DMK पर बरसे पीएम मोदी; बोले- उन्हें आपकी फिक्र नहीं