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PM Modi: पीएम मोदी का अमेरिका दौरा आज से, जो बाइडेन से करेंगे मुलाकात; डिफेंस डील को मिल सकती है मंजूरी

PM Modi US Visit पीएम मोदी अपने अमेरिका दौरे के दौरान 21 जून को न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग महोत्सव में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री का 22 जून को वाशिंगटन में राजकीय सम्मान के साथ स्वागत होगा।

By Jagran NewsEdited By: Mohd FaisalUpdated: Tue, 20 Jun 2023 05:58 AM (IST)
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PM Modi: पीएम मोदी का अमेरिका दौरा आज से, जो बाइडेन से करेंगे मुलाकात (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 जून को भारत से अमेरिका के दौरे पर रवाना होंगे। पीएम मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका की अपनी आधिकारिक राजकीय यात्रा के दौरान भारतीय प्रवासियों को संबोधित करेंगे।

यह है पीएम मोदी का कार्यक्रम

दरअसल, पीएम मोदी अपने अमेरिका दौरे के दौरान 21 जून को न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग महोत्सव में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री का 22 जून को वाशिंगटन में राजकीय सम्मान के साथ स्वागत होगा।

प्रधानमंत्री के स्वागत में रात्रिभोज का होगा आयोजन

बता दें कि पीएम मोदी और बाइडन के बीच पहले अकेले में द्विपक्षीय वार्ता होगी और उसके बाद दोनों की अगुआई में वार्ता होगी। उसी दिन राष्ट्रपति बाइडन और उनकी पत्नी जिल बाइडन ने प्रधानमंत्री के स्वागत में रात्रिभोज का आयोजन किया हुआ है। इसमें अमेरिकी राजनीति व दूसरे क्षेत्रों के कई सारे गणमान्य व्यक्ति हिस्सा लेंगे।

उद्यमियों के साथ मुलाकात करेंगे पीएम मोदी

इसके बाद शुक्रवार यानी 23 जून को प्रधानमंत्री मोदी वाशिंगटन में कई बड़े उद्यमियों के साथ मुलाकात करेंगे। उस दिन उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने उनके सम्मान में दोपहर के भोज का आयोजन किया हुआ है। प्रधानमंत्री वहां भारतवंशियों की एक सभा को भी संबोधित करेंगे। उसी दिन प्रधानमंत्री देर शाम मिस्र के लिए रवाना हो जाएंगे।

विमान इंजन व ड्रोन सौदों को मिल सकता है अंतिम रूप

वाशिंगटन में 22 जून को राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच होने वाली शिखर वार्ता का बड़ा उद्देश्य रक्षा और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य का स्पष्ट रोडमैप बनाना है। इसके तहत रक्षा क्षेत्र से जुड़े उपकरणों व हथियारों को मिलकर बनाने से लेकर अमेरिकी कंपनियों की अत्याधुनिक रक्षा तकनीक भारत को हस्तांतरित करने का एजेंडा सेट होगा।

दूरसंचार, अंतरिक्ष, सेमीकंडक्टर जैसी नई प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्वस्त आपूर्ति शृंखला स्थापित करने का एजेंडा भी प्रमुख रहेगा। इस दौरान दो बड़े रक्षा सौदों को अंतिम रूप दिया जा सकता है। इनमें जीई के साथ भारत में युद्धक विमानों के इंजन निर्माण व ड्रोन से जुड़े समझौते शामिल हैं।