YSRTP प्रमुख वाईएस शर्मिला को पुलिस ने तीसरी बार लिया हिरासत में, विरोध प्रदर्शन के दौरान की कार्रवाई
वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) की संस्थापक-अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला रेड्डी को आज शुक्रवार को एक बार फिर से गिरफ्तार किया गया है। शर्मिला को तीसरी बार हिरासत में लिया गया है।
By Versha SinghEdited By: Updated: Fri, 09 Dec 2022 04:08 PM (IST)
हैदराबाद। वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) की संस्थापक-अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला रेड्डी को आज शुक्रवार को एक बार फिर से गिरफ्तार किया गया है।
Hyderabad, Telangana | YSRTP Chief YS Sharmila staged a protest at Tang Bund Ambedkar Statue after Warangal police didn’t give permission for padayatra in Warangal district. pic.twitter.com/B6fai0KE9v
— ANI (@ANI) December 9, 2022
#WATCH | Hyderabad, Telangana YSRTP Chief YS Sharmila has been detained by the police. She was staging a protest at Tank Bund Ambedkar Statue after Warangal police denied permission for padayatra there. pic.twitter.com/IHXrp5JWZE
— ANI (@ANI) December 9, 2022
राजेश चंद्रा (डीसीपी मध्य क्षेत्र) ने बताया कि वाईएसआरटीपी प्रमुख वाईएस शर्मिला को पुलिस ने हिरासत में लिया गया है। वारंगल पुलिस द्वारा वहां पदयात्रा की अनुमति से इनकार किए जाने के बाद वह तांग बुंद अंबेडकर प्रतिमा पर धरना दे रही थीं।
बता दें कि इससे पहले भी उन्हें दो बार गिरफ्तार किया जा चुका है जब वह हैदराबाद स्थित तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के ऑफिस कम आवास यानी प्रगति भवन की ओर बढ़ रही थीं। भारत राष्ट्र समिति के कार्यकर्ताओं पर शर्मिला के समर्थकों से मारपीट करने का आरोप है और वह इसी के विरोध में सीएम आवास तक जा रही थीं। शर्मिला को तीसरी बार हिरासत में लिया गया है।
शर्मिला गाड़ी में ही थी बैठीं
वाईएसआरटीपी प्रमुख के गाड़ी में बैठे होने के बावजूद पुलिस ने शर्मिला की कार को उठा लिया था। यही नहीं पुलिस ने वाईएसआरटीपी के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया है। महिला पुलिसकर्मियों ने भी शर्मिला की कई महिला समर्थकों के साथ कथित तौर पर मारपीट की, जिन्होंने वहां से हटने से इनकार कर दिया।
पदयात्रा की अनुमति नहीं दिए जाने पर बढ़ा विरोध
इससे पहले शर्मिला वाईएसआरटीपी के नेताओं और कैडर के साथ पुंजागुट्टा पहुंचीं थी और उन्होंने सोमवार को उनके काफिले पर बीआरएस कार्यकर्ताओं के हमले और बाद में उनकी पदयात्रा की अनुमति रद्द किए जाने के विरोध में प्रगति भवन की ओर बढ़ने की कोशिश की थी।हाई ड्रामा उस समय देखा गया जब शर्मिला अपने काफिले से एक गाड़ी को खुद चला रही थीं, जिसकी विंडशील्ड और खिड़कियां सोमवार को चेन्नाराओपेट में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) जिसे पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति कहा जाता था, के कार्यकर्ताओं द्वारा तोड़ दी गईं। हालांकि, वाईएसआरटीपी प्रमुख को पुलिस ने सोमाजीगुडा सर्कल (Somajiguda circle) में रोक दिया था।
वाईएसआरटीपी के कई कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने शर्मिला की कार को हिरासत में लेने से रोकने के लिए घेर लिया था, उन्होंने खुद को टोयोटा एसयूवी में बंद कर लिया था लेकिन पुलिस ने एक क्रेन को बुला लिया। लेकिन उन्होंने गाड़ी से बाहर निकलने से इनकार कर दिया था। क्रेन ने एसयूवी को उठा लिया जबकि शर्मिला गाड़ी के अंदर बैठी हुई थीं। इस दौरान उन्होंने अपने ड्राइवर और निजी सुरक्षा अधिकारी को गाड़ी को छोड़ देने को कहा। हालांकि पुलिस ने उन्हें बाहर निकलने के लिए मनाने की काफी कोशिश की थी।