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'नमाज ब्रेक' पर रोक लगाए जाने के फैसले पर सियासी घमासान, तेजस्वी के बयान पर प्रल्हाद जोशी का पलटवार

असम में नमाज ब्रेक पर रोक लगाए जाने के फैसले पर सियासी घमासान मचा है। जहां भाजपा नेता इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं वहीं विपक्षी दल इसपर निशाना साध रहे है। इसी क्रम में राजद नेता तेजस्वी यादव ने फैसले की आलोचना करते हुए कहा था कि असम के मुख्यमंत्री सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए ऐसा करते हैं।

By Agency Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sun, 01 Sep 2024 11:45 PM (IST)
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तेजस्वी के बयान पर प्रल्हाद जोशी का पलटवार (file photo)

एएनआई, हुबली: असम में 'नमाज ब्रेक' पर रोक लगाए जाने के फैसले पर सियासी घमासान मचा है। जहां भाजपा नेता इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं वहीं विपक्षी दल इसपर निशाना साध रहे है। इसी क्रम में राजद नेता तेजस्वी यादव ने फैसले की आलोचना करते हुए कहा था कि असम के मुख्यमंत्री सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए ऐसा करते हैं। तेजस्वी यादव के वार पर अब केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने पलटवार किया है।

प्रल्हाद जोशी ने कहा कि क्या राज्यसभा, लोकसभा और विधानसभा नमाज पढ़ने के लिए है? यह तो तुष्टीकरण की राजनीति की पराकाष्ठा है। अगर मैं किसी देवी-देवता की अराधना के लिए कहूं कि गुरुवार को मुझे अवकाश दे दीजिए, क्या ऐसा चलेगा? ऐसे देश चलेगा क्या? यह कैसा तरीका है, क्या यह मूर्खतापूर्ण नहीं है?

लोकप्रियता हासिल करने के लिए मुसलमानों को परेशान कर रहे सीएम

शुक्रवार को दो घंटे की जुमा अवकाश को समाप्त करने के असम विधानसभा के फैसले पर तेजस्वी ने सीएम हिमंत बिस्वा सरमा को योगी का चीनी संस्करण कहा था। उन्होंने कहा था कि असम के मुख्यमंत्री जानबूझकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए मुसलमानों को परेशान करने की हरकतें करते रहते हैं।

मुस्लिम भाइयों को बनाया साफ्ट टारगेट

भाजपा के लोगों ने नफरत फैलाने, ध्यान आकर्षित करने के लिए मुस्लिम भाइयों को साफ्ट टारगेट बनाया है। तेजस्वी ने कहा था कि देश की आजादी में आरएसएस को छोड़कर सभी धर्मों के लोगों का हाथ है। हमारे मुस्लिम भाइयों ने देश को आजादी दिलाने में बलिदान दिया है और जब तक हम यहां हैं, कोई उन्हें नुकसान नहीं पहुंचा सकता।