'शक्तिशाली सौर तूफान पृथ्वी को करता है प्रभावित', ISRO ने कहा- ऐतिहासिक रूप से यह महत्वपूर्ण घटना
Solar Storm impacts Earth इसरो ने एक बयान में कहा कि यह अपनी ताकत के मामले में 2003 के बाद से सबसे बड़ा भू-चुंबकीय तूफान है क्योंकि सूर्य पर होने वाले क्षेत्र 1859 में हुई ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण कैरिंगटन घटना जितना बड़ा था। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कई एक्स-क्लास फ्लेयर्स और सीएमई पृथ्वी से टकराए हैं।
पीटीआई, बेंगलुरु। मई 2024 की शुरुआत में एक शक्तिशाली सौर तूफान ने पृथ्वी को प्रभावित किया। यह तूफान सूर्य में अत्यधिक सक्रिय क्षेत्र एआर13664 के कारण उत्पन्न हुआ था। इसरो ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
इस क्षेत्र ने पृथ्वी पर निर्देशित एक्स-क्लास फ्लेयर्स और कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) की एक श्रृंखला शुरू की। इसरो के अनुसार, परिणामी भू-चुंबकीय तूफान 2003 के बाद से सबसे तीव्र था, जिससे संचार और जीपीएस सिस्टम में बाधा उत्पन्न हुई।
यह तूफान 1859 में हुई ऐतिहासिक घटना जितना बड़ा
इसरो ने एक बयान में कहा कि यह अपनी ताकत के मामले में 2003 के बाद से सबसे बड़ा भू-चुंबकीय तूफान है,यह तूफान 1859 में हुई ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण कैरिंगटन घटना जितना बड़ा था। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कई एक्स-क्लास फ्लेयर्स और सीएमई पृथ्वी से टकराए हैं।'अगले कुछ दिनों में और अधिक घटनाओं की आशंका'
इसरो ने कहा कि उच्च अक्षांशों पर इसका (सीएमई) गंभीर प्रभाव पड़ा है जहां ट्रांस-पोलर उड़ानों को पहले से ही डायवर्ट किए जाने की सूचना मिल रही है। अगले कुछ दिनों में और अधिक घटनाओं की आशंका है। वहीं, अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि भारतीय क्षेत्र कम प्रभावित हुआ क्योंकि तूफान की मुख्य घटना 11 मई की सुबह हुई, जब आयनमंडल (Ionosphere) पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ था।
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