बजट सत्र से पहले कांग्रेस का बड़ा कदम, राज्यसभा में प्रमोद तिवारी को पार्टी का उपनेता, तो रजनी को बनाया सचेतक
मनीष तिवारी तीन बार से राज्यसभा सदस्य हैं और उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं जबकि रजनी पाटिल महाराष्ट्र से दूसरी बार राज्यसभा सदस्य हैं। रजनी पाटिल फिलहाल अनियंत्रित व्यवहार के लिए संसद के पूरे बजट सत्र में राज्यसभा से निलंबित हैं।
नई दिल्ली, पीटीआई। कांग्रेस ने शनिवार को राज्यसभा में प्रमोद तिवारी को पार्टी का उपनेता और रजनी पाटिल को सचेतक नियुक्त करने को मंजूरी दे दी। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह जानकारी दी।
सोनिया गांधी ने दी स्वीकृति
जयराम रमेश ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से ट्वीट किया कि कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने प्रमोद तिवारी को राज्यसभा में पार्टी का उपनेता और रजनी पाटिल को सचेतक नियुक्त करने को स्वीकृति दी।
Chairperson of the Congress Parliamentary Party, Smt. Sonia Gandhi, has approved the appointments of Shri Pramod Tiwari as Deputy Leader & Smt. Rajani Patil as Whip of the Congress Party in the Rajya Sabha. The Chairman of the Rajya Sabha has been informed of these appointments.— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) March 11, 2023
उन्होंने बताया कि इन नियुक्तियों के बारे में राज्यसभा के सभापति (जगदीप धनखड़) को सूचित किया गया है।
प्रमोद तिवारी तीन बार से राज्यसभा सदस्य हैं और उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं, जबकि रजनी पाटिल महाराष्ट्र से दूसरी बार राज्यसभा सदस्य हैं। रजनी पाटिल फिलहाल अनियंत्रित व्यवहार के लिए संसद के पूरे बजट सत्र में राज्यसभा से निलंबित हैं।
कांग्रेस ने बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होने से पहले प्रमोद तिवारी और रजनी पाटिल की नियुक्तियों को लेकर बड़ा कदम उठाया है।
13 मार्च से शुरू होगा बजट सत्र का दूसरा चरण
बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होने वाला है। पहले चरण की कार्यवाही (लोकसभा और राज्यसभा) को 13 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। पहले चरण में हिडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर विपक्षी सदस्यों ने संसद में जमकर हो-हल्ला किया था।
बजट सत्र के पहले चरण में प्रमोद तिवारी का एक बयान भी खूब चर्चा में रहा था। दरअसल, उन्होंने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से पूछा था कि आपने कितनी बार प्यार किया है? चूंकि हर कोई आपसे प्यार करता है। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने आपके लिए एक कविता पढ़ी है। इसको लेकर धनखड़ ने कोई जवाब तो नहीं दिया था, लेकिन चेहरे पर मुस्कान बिखरी हुई थी।