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इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में अंकित आज का दिन, देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनी थीं Pratibha Patil

Pratibha Patil आज ही के दिन 16 साल पहले देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का कार्यभार प्रतिभा पाटिल ने संभाला था। गौरतलब है कि प्रतिभा पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति थीं। उनका कार्यकाल 2007 से 2012 तक रहा था। राजनीति में आने से पहले प्रतिभा पाटिल समाज सेवा के क्षेत्र में खूब सक्रीय रही थीं। कॉलेज के दिनों में प्रतिभा पाटिल को कॉलेज क्वीन का खिताब भी मिला है।

By Shalini KumariEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 21 Jul 2023 05:08 PM (IST)
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आज ही के दिन देश के पहली महिला राष्ट्रपति बनीं प्रतिभा पाटिल

नई दिल्ली, शालिनी कुमारी। First Woman President Of India: आज का दिन भारतीय इतिहास में सुनहरे अक्षरों में अंकित हैं, क्योंकि आज ही के दिन देश को प्रथम महिला राष्ट्रपति मिली थीं। दरअसल, 16 साल पहले आज ही के दिन प्रतिभा पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति चुनी गई थीं। प्रतिभा पाटिल 21 जुलाई, 2007 को देश की 12वीं राष्ट्रपति बनीं और साल 2012 तक वह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर रहीं। 25 जुलाई, 2007 को उन्हें राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई गई थी।

प्रतिभा पाटिल अपने कार्यकाल में महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई और उन्होंने यह साबित किया कि महिलाएं सभी क्षेत्रों में अपना शानदार प्रदर्शन दिखा सकती हैं।  

प्रतिभा पाटिल का जीवन परिचय

प्रतिभा पाटिल का जन्म महाराष्ट्र के जलगांव जिले में 19 दिसंबर, 1934 को हुआ था। प्रतिभा पाटिल के पिता का नाम नारायण राव था। उनके पिता भी एक राजनेता थे। प्रतिभा पाटिल ने अपनी शुरुआती शिक्षा जलगांव से ही की। इसके बाद मूलजी जैठा कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। ग्रेजुएट होने के बाद प्रतिभा पाटिल ने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में एडमिशन लिया और वकालत की पढ़ाई की।

प्रतिभा पाटिल अपने कॉलेज के दिनों में काफी एक्टिव रहती थी। वह टेबल टेनिस की अच्छी प्लेयर रह चुकी हैं। इतना ही नहीं, प्रतिभा पाटिल अपने कॉलेज के दिनों में इतनी खूबसूरत थी कि उन्हें 'कॉलेज क्वीन' का खिताब तक मिला था। साल 1965 में प्रतिभा पाटिल की शादी प्रोफेसर देवीसिंह रणसिंह शेखावत के साथ हो गई। इन दोनों के दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी। साड़ी और बड़ी-सी बिंदी लगाने वाली प्रतिभा पाटिल ने अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है।

प्रतिभा पाटिल का राजनीतिक करियर

प्रतिभा पाटिल शुरू से ही समाज सेवा से जुड़ी रही थीं। राजनीति में कदम रखने से पहले ही वो समाज में लोगों की मदद के लिए तैयार रहती थीं। वे शुरुआत से ही समाज में महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए हमेशा कार्यरत रहती थीं। प्रतिभा पाटिल ने 27 साल की उम्र में राजनीति में कदम रखा। महाराष्ट्र के ही जलगांव सीट से प्रतिभा पाटिल ने विधानसभा सदस्य का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इतना ही नहीं, प्रतिभा पाटिल ने चार बार मुक्ति नगर विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की।

साल 1967-72 के बीच प्रतिभा पाटिल महाराष्ट्र सरकार में उप मंत्री रहीं और 1972 से 1974 तक समाज कल्याण मंत्री रहीं। इसके साथ ही, उन्होंने दूसरे मंत्रालय का पदभार भी संभाला। प्रतिभा 18 नवंबर, 1986 से 5 नवंबर, 1988 तक राज्यसभा की नौवीं उपसभापति भी रहीं। इसके साथ ही, यह 8 नवंबर, 2004 से 23 जून, 2007 राजस्थान की सत्रहवीं राज्यपाल रही हैं।

कैसे बनीं देश की पहली महिला राष्ट्रपति?

UPA ने 2007 को प्रतिभा पाटिल को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया। उनके सामने NDA उम्मीदवार भैरोसिंह शेखावत थे, जिन्हें प्रतिभा पाटिल ने लगभग 3 लाख वोट से हरा दिया। इसके बाद प्रतिभा पाटिल ने भारत का सर्वोच्च संवैधानिक पद ग्रहण किया और भारत की बारहवीं राष्ट्रपति बनीं। इनका कार्यकाल 25 जुलाई, 2007 से 25 जुलाई, 2012 तक रहा।

मेक्सिको के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित

1 जून, 2019 को भारत की पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को विदेशियों को दिए जाने वाले मेक्सिको के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'ऑर्डेन मेक्सिकाना डेल एग्वेला एज्टेका' (ऑर्डर ऑफ एज़्टेक ईगल) से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार मेक्सिको के राजदूत मेल्बा प्रिआ ने पुणे के एमसीसीआईए भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में पाटिल को प्रदान किया। गौरतलब है कि प्रतिभा पाटिल यह पुरस्कार पाने वाली भारत की दूसरी राष्ट्रपति बनीं।