NEET विवाद के बीच एनटीए में बदलाव की तैयारी, परीक्षा सुधार पर केंद्र की उच्च स्तरीय समिति ने 7 जुलाई तक छात्र-अभिभावकों से मांगा सुझाव
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि परीक्षा सुधारों पर केंद्र के उच्च स्तरीय समिति ने छात्रों और अभिभावकों सहित हितधारकों से 7 जुलाई तक सुझाव और प्रतिक्रिया मांगी है। साथ ही समिति परीक्षा कैलेंडर की भी समीक्षा करेगा और सुझाव देगा। समिति को परीक्षा प्रक्रिया के तंत्र में सुधार डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और एनटीए के कार्यप्रणाली में सुधार के लिए सिफारिशें मिलेगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। परीक्षाओं से जुड़ी गड़बड़ियों को रोकने व उससे जुड़े सुधारों को लेकर शिक्षा मंत्रालय की ओर से गठित उच्च स्तरीय कमेटी ने छात्रों, अभिभावकों सहित दूसरे हितधारकों से भी सुझाव लेने का काम शुरू कर दिया है। इस दौरान सात जुलाई तक मायगॉव प्लेटफॉर्म पर जाकर कोई भी अपने सुझाव या विचार दे सकता है।
कमेटी को दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट भी देनी है। परीक्षा से जुड़े सुधारों को लेकर गठित उच्च स्तरीय कमेटी का फोकस इस बात पर है, वह सभी शीर्ष परीक्षाओं को आयोजित कराने वाली संस्था एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) कैसे सशक्त और फुलप्रूफ बनाया जाए। यही वजह है कि कमेटी को जो जिम्मा सौंपा गया है उनमें परीक्षा सुधार पर सुझाव देने के साथ एनटीए संरचना, उसकी कार्यप्रणाली, परीक्षाओं के आयोजन की प्रक्रिया, पारदर्शिता और डेटा सुरक्षा पर भी सुझाव देने को कहा है।
वहीं, छात्रों और अभिभावकों से भी परीक्षा से जुड़े प्रत्येक विषय पर खुलकर अपनी राय रखने को कहा है। गौरतलब है कि एनटीए में सुधार के लिए गठित सात सदस्यीय कमेटी के अध्यक्ष इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के राधाकृष्णन को बनाया गया है। जिसमें एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया व शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल भी शामिल है।