Gandhi Jayanti: गांधीजी के सत्य और अहिंसा के आदर्शों ने दुनिया को दिखाया नया रास्ता- राष्ट्रपति मुर्मु
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (President Droupadi Murmu) ने गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) की पूर्व संध्या पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दी है। महात्मा गांधी की 154वीं जयंती के अवसर पर अपने राष्ट्र के नाम अपने संदेश में उन्होंने कहा मैं सभी नागरिकों की ओर से राष्ट्रपिता को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। इस दौरान उन्होंने सभी से उनके पद चिन्हों पर चलने की भी अपील कीं।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 01 Oct 2023 07:28 PM (IST)
एएनआई, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (President Droupadi Murmu) ने रविवार को गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) की पूर्व संध्या पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
महात्मा गांधी की 154वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्र के नाम अपने संदेश में उन्होंने कहा मैं सभी नागरिकों की ओर से राष्ट्रपिता को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। राष्ट्रपति मुर्मु ने इस दौरान सभी देशवासियों से अपने विचारों, भाषण और कार्यों में महात्मा गांधी के मूल्यों और शिक्षाओं का पालन करने एवं कल्याण के लिए खुद को समर्पित करने की भी अपील कीं।
राष्ट्रपिता ने जीवन भर लड़ी अहिंसा की लड़ाई
राष्ट्र के नाम संदेश में उन्होंने कहा कि गांधीजी के सत्य और अहिंसा के आदर्शों ने दुनिया के लिए एक नया रास्ता दिखाया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता अपने जीवन भर अहिंसा के लिए लड़ाई लड़ने के साथ-साथ स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और किसानों के अधिकारों का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने आगे कहा कि अपने जीवन में उन्होंने सामाजिक भेदभाव और अशिक्षा के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी।गांधीजी ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए किया प्रेरित
देश के नाम अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि गांधीजी ने हमें स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और एक विशाल आंदोलन का नेतृत्व किया। इसी आंदोलन ने इतिहास की दिशा बदल दी और हमें आजादी मिली।
राष्ट्रपिता के विचारों से प्रभावित थे दुनिया के कई नेता
उन्होंने कहा कि गांधीजी के विचारों से दुनिया के कई नेता प्रभावित थे। उन्होंने कहा, मार्टिन लूथर किंग जूनियर, नेल्सन मंडेला, बराक ओबामा और दुनिया के कई अन्य राजनेता गांधीजी के विचारों से प्रभावित थे। गांधीजी की मजबूत और जीवंत विचारधारा दुनिया के लिए हमेशा प्रासंगिक रहेगी।यह भी पढ़ेंः 'जिसका दिल गरीबों के लिए धड़कता है, वहीं सच्चा सिविल सेवक है' IAS अधिकारियों से बोलीं राष्ट्रपति मुर्मु