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'जिसका दिल गरीबों के लिए धड़कता है, वहीं सच्चा सिविल सेवक है' IAS अधिकारियों से बोलीं राष्ट्रपति मुर्मु

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोमवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिसका दिल गरीबों और वंचितों के लिए धड़कता है वहीं सच्चा सिविल सेवक होता है। राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे खुशी है कि नारी शक्ति वंदन विधेयक संसद के दोनों सदनों से पारित हुआ। देश इस समय महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के पथ पर है।

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Mon, 25 Sep 2023 04:17 PM (IST)
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 2021 बैच के आइएएस अधिकारियों को संबोधित
नई दिल्ली, पीटीआई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोमवार को कहा एक सच्चा सिविल सेवक वही है, जिसका दिल गरीबों और वंचितों के लिए धड़कता है। यही बात उसे अन्य नौकरशाहों से अलग करती है। राष्ट्रपति मुर्मु सोमवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को संबोधित कर रही थीं। इसी दौरान उन्होंने यह टिप्पणी की।

राष्ट्रपति ने सिविल सेवकों को दिए खास टिप्स

राष्ट्रपति मुर्मु ने सिविल सेवकों से कहा कि आपको 'फाइल से फील्ड' और 'फील्ड से फाइल' के बीच के लिंक को समझने का प्रयास करना चाहिए। यही जन-केंद्रित सतर्कता और संवेदनशीलता आपको फाइलों के साथ कहीं अधिक सार्थक तरीके से जुड़ने में मदद करेगी। आप हमेशा फाइलों पर काम उन लोगों की कल्पना करके कीजिए, जो उससे प्रभावित होंगे। 

2021 बैच के आइएएस अधिकारियों ने राष्ट्रपति मुर्मु से की मुलाकात

बता दें कि 2021 बैच के 182 आइएएस अधिकारियों ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में राष्ट्रपति मुर्मु से मुलाकात की। ये सभी आइएएस अधिकारी वर्तमान में विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में सहायक सचिव के रूप में तैनाव हैं।

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'वंचित लोगों को मैंने करीब से देखा है'

राष्ट्रपति मुर्मु ने अधिकारियों के साथ अपनी जिंदगी के अनुभव भी शेयर किए। उन्होंने बताया कि मैंने पिछले इलाके में रहने वाले और समाज के वंचित वर्ग के लोगों को परेशानियों से जूझते हुए करीब से देखा है। मैंने कुछ ऐसे संवेदनशील सेविल सेवकों को भी देखा है, जिन्होंने ऐसे लोगों की मदद के लिए अतिरिक्त प्रयास भी किए।

नारी शक्ति वंदन बिल के पारित होने पर राष्ट्रपति ने जताई खुशी

राष्ट्रपति ने कहा कि एक समावेशी, प्रगतिशील और संवेदनशील समाज जीवन के सभी क्षेत्रों में महिलाओं को ज्यादा स्थान देता है। मुझे खुशी है कि नारी शक्ति वंदन विधेयक संसद के दोनों सदनों से पारित हुआ। उन्होंने कहा कि देश इस समय महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के पथ पर है।

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'महिला अधिकारियों की संख्या बढ़ना खुशी की बात' 

राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि 2019 से लेकर 2022 के बैच में महिला आइएएस अधिकारियों का प्रतिशत 28 से 34 के बीच में था, जो 2023 के बैच में 42 प्रतिशत तक पहुंच गई है। मुझे यह जानकार बेहद खुशी हुई है। इसके अलावा, यह भी पता चला है कि शीर्ष 25 रैंकों में से 14 पदों पर महिलाएं काबिज हैं।

'आपकी नौकरी एक मिशन है'

राष्ट्रपति ने अधिकारियों से कहा कि आपको हमारे महान राष्ट्र की जो झलक दिखती है, उसे आगे बढ़ाना चाहिए और निरंतर सीखने के माध्यम से अपनी जागरूकता को गहरा और व्यापक बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आपकी नौकरी एक मिशन है। यह भारत को आगे ले जाने का मिशन है। भारत को विकसित देश बनाना आपका लक्ष्य है।