World Economic Forum के अध्यक्ष ने कहा- वैश्विक अस्थिरता व चुनौतियों के बीच भारत ब्राइट स्पॉट
वैश्विक मंच पर एक बार फिर से भारत को ब्राइट स्पाट करार दिया गया है। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के संस्थापक व कार्यकारी चेयरमैन क्लॉस श्वाब ने कहा कि वैश्विक रूप से आर्थिक चुनौती व भू-राजनैतिक अस्थिरता के बावजूद भारत एक ब्राइट स्पॉट है। फोटो रायटर।
By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Fri, 20 Jan 2023 09:13 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वैश्विक मंच पर एक बार फिर से भारत को ब्राइट स्पाट करार दिया गया है। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के संस्थापक व कार्यकारी चेयरमैन क्लॉस श्वाब ने कहा कि वैश्विक रूप से आर्थिक चुनौती व भू-राजनैतिक अस्थिरता के बावजूद भारत एक ब्राइट स्पॉट है। डब्ल्यूईएफ में चल रहे सम्मेलन में भारत की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में श्वाब ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की तरफ से जलवायु परिवर्तन, रिन्युएबल संबंधित फैसले एवं वैश्विक स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत के योगदान की तारीफ की।
आईएमएफ भी कर चुका है भारत की तारीफ
उन्होंने सार्वजनिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण व महिलाओं की भागीदारी से आर्थिक विकास के लिए भी भारतीय नेतृत्व को सराहा। डब्ल्यूईएफ चेयरमैन से पहले आईएमएफ के मंच से भी भारत को ब्राइट स्पॉट करार दिया जा चुका है। श्वाब ने कहा कि दुनिया के विघटन के इस काल में जी-20 की अध्यक्षता भारत के प्रधानमंत्री मोदी के हाथ में है और अपनी अध्यक्षता में भारत अपनी घरेलू चिंताओं को ध्यान में रखते हुए सभी के समान विकास की वकालत कर रहा है जो सराहनीय है।
दावोस में चल रहा है डब्ल्यूईएफ का सम्मेलन
मालूम हो कि इन दिनों दावोस में डब्ल्यूईएफ का सम्मेलन चल रहा है जहां वैश्विक स्तर पर मौजूद विभिन्न चुनौतियों के हल के लिए देशों के बीच बातचीत चल रही है। भारत की तरफ से चार कैबिनेट मंत्री समेत कई दर्जन भर से अधिक बड़े उद्यमी दावोस सम्मेलन में हिस्सा लेने गए हैं। इस सम्मेलन में शामिल हो रहे दुनिया भर के उद्यमियों व निवेशकों को भारत की खासियत बताने के लिए भारतीय वस्तुओं की नुमाइश भी की जा रही है। ताकि भारत में अधिक से अधिक निवेश आ सके।अमेरिका, फ्रांस, यूके व जर्मनी से अधिक हुआ भारत में डिजिटल भुगतान
डब्ल्यूईएफ के सम्मेलन में आईटी व टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि गत दिसंबर माह में भारत का डिजिटल भुगतान अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस के डिजिटल भुगतान से अधिक रहा। उन्होंने बताया कि दिसंबर, 2022 में भारत में 1.5 ट्रिलियन डॉलर का डिजिटल भुगतान किया गया। चालू वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में भारत में 38.3 लाख करोड़ रुपए का डिजिटल भुगतान किया गया। इस अवधि में डिजिटल भुगतान की संख्या 23.06 अरब रही।
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