प्रधानमंत्री ने दी हुड़दंग करने वाले सांसदों को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह, नए सत्र को विपक्षी सांसदों के लिए बताया नया अवसर
17वीं लोकसभा के अंतिम सत्र के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन में हुड़दंग करने वाले विपक्षी सांसदों पर जमकर बरसे। उन्होंने ऐसे सांसदों को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में आदतन हुड़दंग करने वाले सांसदों के संसद में योगदान को शायद ही कोई याद करे। उन्होंने सांसदों के सकारात्मक चर्चा में भाग लेकर अपने पुराने कृत्यों की प्रायश्चित करने का अवसर बताया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। 17वीं लोकसभा के अंतिम सत्र के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन में हुड़दंग करने वाले विपक्षी सांसदों पर जमकर बरसे। उन्होंने ऐसे सांसदों को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में आदतन हुड़दंग करने वाले सांसदों के संसद में योगदान को शायद ही कोई याद करे।
उन्होंने अंतिम बजट सत्र को ऐसे सांसदों के सकारात्मक चर्चा में भाग लेकर अपने पुराने कृत्यों की प्रायश्चित करने का अवसर बताया। ध्यान देने की बात है कि पिछले शीतकालीन सत्र के दौरान हंगामा करने वाले 146 सांसदों को निलंबित कर दिया था, लेकिन बजट सत्र के पहले उनके निलंबन को वापस ले लिया गया।
संसद में विपक्ष की ओर से आलोचना का स्वागत- पीएम
बजट सत्र से पहले संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संसद में विपक्ष की ओर से तीखी आलोचना स्वाभाविक है और इसका सभी स्वागत करते हैं। विपक्ष के सांसदों की ओर की गई ऐसी विचारपूर्ण आलोचना को भी आने वाले समय में भी याद किया जाएगा। लेकिन जिन सांसदों ने पिछले 10 सालों के दौरान सिर्फ हंगामा और हुड़दंग किया, उनकी चर्चा भी नहीं होगी।विपक्षी सांसदों के लिए अंतिम सत्र नया अवसर- मोदी
उन्होंने कहा कि ऐसे सांसदों के संसद में काम के बारे में उनके क्षेत्र की जनता भी नहीं जानती है। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी सांसदों के लिए संसद के इस अंतिम सत्र को एक नया अवसर बताया, जिसके दौरान वे अपनी पुरानी गलतियों की प्रायश्चित भी कर सकते हैं और सकारात्मक बहस में हिस्सा लेकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में मजबूत भी कर सकते हैं।बजट सत्र नारी शक्ति की दृष्टि से अहम
प्रधानमंत्री मोदी ने बजट सत्र को नारी शक्ति की दृष्टि से भी अहम करार दिया। उन्होंने कहा कि संसद के नए भवन में हुई पहली बैठक में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पास कर महिला सशक्तिकरण की नई गाथा लिखी गई है। अब बजट सत्र के पहले दिन महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दोनों सदनों के संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी और अगले दिन यानी गुरूवार को एक महिला वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी।
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