INTERPOL General Assembly : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बोले, आतंक के खिलाफ विश्व को होना होगा एकजुट
90th Interpol General Assembly इंटरपोल महासभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए सार्वभौमिक सहयोग का आह्वान है। भारत संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना अभियानों में शीर्ष योगदानकर्ताओं में से एक है।
By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Tue, 18 Oct 2022 03:13 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 90वीं इंटरपोल महासभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह समय भारत और इंटरपोल दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। भारत 2022 में आजादी के 75 साल मना रहा है। यह हमारी संस्कृति, लोगों और उपलब्धियों का उत्सव है। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि आतंक के खिलाफ विश्व को एकजुट होना होगा। इंटरपोल महासभा की बैठक में 195 इंटरपोल सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडल शामिल हैं। इसमें मंत्री, देशों के पुलिस प्रमुख, राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के प्रमुख और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हैं। इंटरपोल महासभा की बैठक में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने के लिए 2 प्रतिनिधिमंडल भी आए हैं। इसमें पाकिस्तान समेत 195 इंटरपोल सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडल हिस्सा ले रहे हैं।
INTERPOL General Assembly में पीएम के संबोधन की खास बातें
- पीएम मोदी ने कहा कि विविधता और लोकतंत्र को कायम रखने में भारत दुनिया के लिए एक केस स्टडी है। पिछले 99 सालों में इंटरपोल ने 195 देशों में विश्व स्तर पर पुलिस संगठनों को जोड़ा है। यह कानूनी ढांचे में मतभेदों के बावजूद है।
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में बहादुर लोगों को भेजने में शीर्ष योगदानकर्ताओं में से एक है। अपनी आजादी से पहले भी हमने दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए बलिदान दिया है। भारतीय पुलिस बल 900 से अधिक राष्ट्रीय और 10,000 राज्य कानूनों को लागू करता है।
- पीएम मोदी ने कहा कि इंटरपोल की अवधारणा भारतीय दर्शन के विभिन्न पहलुओं से जुड़ती है। इंटरपोल का आदर्श वाक्य 'एक सुरक्षित दुनिया के लिए पुलिस को जोड़ना' है। साथ ही कहा कि दुनिया के सबसे पुराने धर्मग्रंथों में से एक वेद का एक श्लोक कहता है कि 'महान विचारों को अंदर आने दो'।
- इंटरपोल महासभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आनन्दित होने और चिंतन करने का यह अच्छा समय है। असफलताओं से सीखें, जीत का जश्न मनाएं और फिर भविष्य को उम्मीदों के साथ देखें।- पीएम मोदी ने कहा कि यह दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए सार्वभौमिक सहयोग का आह्वान है। भारत संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना अभियानों में शीर्ष योगदानकर्ताओं में से एक है।
- पीएम मोदी ने कहा कि इंटरपोल भी एक ऐतिहासिक मील के पत्थर के करीब पहुंच रहा है। 2023 में इंटरपोल अपनी स्थापना के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा। - दिल्ली के प्रगति मैदान में यह कार्यक्रम हो रहा है। इंटरपोल की 90वीं महासभा 18 से 21 अक्टूबर तक होगी। आज से शुरू हो रहे इस महासभा में इंटरपोल के अध्यक्ष अहमद नासर अल रायसी, महासचिव जुर्गन स्टॉक और केंद्रीय जांच ब्यूरो के निदेशक भी मौजूद हैं।
भारत में 25 साल के बाद हो रही यह बैठक
महासभा इंटरपोल एक सर्वोच्च सरकारी निकाय है। इसके कामकाज से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए साल में एक बार बैठक आयोजित होती है। भारत में लगभग 25 सालों के अंतराल के बाद इंटरपोल महासभा की बैठक हो रही है। यह आखिरी बार भारत में 1997 में आयोजित किया गया था।महासभा ने स्वीकारा भारत का प्रस्ताव
भारत के 2022 में स्वतंत्रता के 75 साल के उत्सव के अवसर पर इंटरपोल महासभा की मेजबानी करने के प्रस्ताव को महासभा ने भारी बहुमत के साथ स्वीकार कर लिया था। यह आयोजन पूरी दुनिया को भारत की कानून और व्यवस्था प्रणाली में सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है। यह भी पढ़ें : NIA Raid: दिल्ली-NCR, पंजाब समेत देश के कई राज्यों में NIA की रेड, गैंगस्टर केस में मारा छापाAddressing the INTERPOL General Assembly in New Delhi. https://t.co/JrbpZ9hLq6
— Narendra Modi (@narendramodi) October 18, 2022