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आजादी के 75वें साल में असंभव लक्ष्यों को लेकर भी बढ़ेंगे आगे : पीएम मोदी

National Committee Meet भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में समारोहों की तैयारी संबंधित गतिविधियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय समिति की पहली वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। इस 75वें वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा।

By Monika MinalEdited By: Updated: Mon, 08 Mar 2021 09:18 PM (IST)
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राष्ट्रीय समिति की पहली वर्चुअल बैठक को प्रधानमंत्री ने किया संबोधित
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली।आजादी के 75वें साल के जश्न की तैयारियां शुरू हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आजादी के इस अमृत महोत्सव को लेकर अपनी राय दी और कहा कि यह जन-जन का पर्व बनना चाहिए। हमें 130 करोड़ देशवासियों को जोड़कर इस पर्व को मनाना है। साथ ही कहा कि उन लक्ष्यों की ओर भी आगे बढ़ना है जो कभी असंभव लगते थे। फिलहाल 75 हफ्तों के इस आयोजन की शुरुआत देशभर में 12 मार्च से होगी। खास बात यह है कि इसी दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की अगुआई में नमक सत्याग्रह की शुरुआत हुई थी।

इस साल इस सत्याग्रह के भी 91 वर्ष पूरे हो रहे हैं।प्रधानमंत्री मोदी आजादी के 75वें साल को धूमधाम से मनाने के लिए गठित राष्ट्रीय समिति की पहली बैठक को संबोधित कर रहे थे। खास बात यह है कि इस समिति में प्रधानमंत्री की अगुआई में देश के अलग-अलग क्षेत्रों के 259 लोगों को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस उत्सव की मूल भावना जनभागीदारी है, यानी इससे सभी को जोड़ना है। साथ ही इसे कुछ इस तरह से मनाना भी है जिससे स्वाधीनता संग्राम की भावना और उस त्याग का साक्षात अनुभव हो सके। इसमें शहीदों को श्रद्धांजलि हो और उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प भी हो।

इसमें सनातन भारत के गौरव की झलक हो और आधुनिक भारत की चमक भी हो। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का मकसद उन लोगों को भी देश से परिचित कराना है जो देश की आजादी में योगदान के साथ आज भी समाज और देश के लिए कोई महान कार्य कर रहे हैं। इन आयोजनों से आजादी के सौ साल के आयोजन की रूपरेखा भी तय होगी।प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे आयोजन को पांच ¨बदुओं पर ही फोकस किया और कहा कि हमें इसे लेकर ही आगे बढ़ना है। इनमें स्वतंत्रता संघर्ष के साथ 75 वर्षो के विचार, उपलब्धियां, कार्रवाई और संकल्प शामिल होने चाहिए।

इन सभी में देश के 130 करोड़ लोगों की भावनाएं और विचार शामिल होने चाहिए। प्रधानमंत्री ने समिति से जुड़े सभी सदस्यों को सुझावों के लिए आमंत्रित किया। साथ ही कहा कि जैसे जैसे उनके सुझाव मिलेंगे, आयोजन में बदलाव किए जाएंगे।बता दें कि केंद्र सरकार ने पांच मार्च को देश की आजादी के 75वें साल को पूरे उल्लास के साथ मनाने के लिए राष्ट्रीय समिति का एलान किया था। इसमें पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, देश के प्रधान न्यायाधीश शरद अर¨वद बोबडे, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सहित केंद्रीय मंत्रियों, सभी राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्रियों सहित सभी क्षेत्रों से जुड़े प्रतिष्ठित लोगों को शामिल किया गया है।