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पीएम ने ओएनजीसी प्रोजेक्‍ट त्रिपुरा को किया समर्पित

पूर्वोत्तर राज्यों के दौरे पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज तीसरा दिन है। तीसरे दिन प्रधानमंत्री नगालैंड के बाद त्रिपुरा पहुंचे। यहां पर उन्‍होंने पलटाना में लगे ओएनजीसी प्रोजेक्‍ट को राज्‍य को समर्पित किया। ओएनजीसी के 726.6 मेगावाट के इस प्रोजेक्‍स से पूर्वोत्‍तर राज्‍यों के लिए बिजली की आपूर्ति

By anand rajEdited By: Updated: Mon, 01 Dec 2014 05:06 PM (IST)
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नई दिल्ली। पूर्वोत्तर राज्यों के दौरे पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज तीसरा दिन है। तीसरे दिन प्रधानमंत्री नगालैंड के बाद त्रिपुरा पहुंचे। यहां पर उन्होंने पलटाना में लगे ओएनजीसी प्रोजेक्ट को राज्य को समर्पित किया। ओएनजीसी के 726.6 मेगावाट के इस प्रोजेक्स से पूर्वोत्तर राज्यों के लिए बिजली की आपूर्ति करेगा। इसके जरिए केंद्र करीब नौ हजार करोड़ रुपये की राशि का यहां निवेश करेगा। यह इस क्षेत्र में लगा अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वह यहां पर मिले सम्मान से अभिभूत हैं। इस मौके पर पीएम ने कहा कि अब समय है कि जब पूर्वोत्तर राज्यों की तरफ ध्यान दिया जाए।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि त्रिपुरा के विकास का जिक्र करते हुए कहा कि यहां दुग्ध क्रांति के जरिए इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इसके अलावा पुशपालन के जरिए और ऑर्गेनिक खेती के जरिए भी यहां के उत्पादों को बाहर भेजकर इस राज्य का विकास संभव है। उन्होंने कहा कि हम लोग तिरंगे का सम्मान करने वाले लोग हैं। इस तिरंगे में मौजूद नीला रंग देश में मौजूद जल शक्ित को दर्शाता है। उन्होंने यहां पर बांग्लादेश के सहयोग से शुरू हुए प्रोजेक्ट के लिए वहां की प्रधानमंत्री का भी शुक्रिया अदा किया। गौरतलब है कि ओएनजीसी त्रिपुरा कंपनी लिमिटेड में बांग्लादेश का भी हिस्सा है।

इससे पहले मोदी नागालैंड की राजधानी कोहिमा पहुंचे थे। उन्होंने यहां से 10 किलोमीटर दूर हॉर्नबिल महोत्सव का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम ने पूर्वोत्तरवासियों का दिल जीतने के लिए धन की खूब वर्षा की। जबकि छात्रों के लिए विशेष स्कॉलरशिप योजना का भी ऐलान किया। मोदी ने कहा कि नगालैंड युवा शक्ति का राज्य है।

प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर भारत के लोगों का दिल जीतने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। कोहिमा में आदिवासियों के प्रमुख उत्सव के उद्घाटन के बाद नरेंद्र मोदी ने कई बातें कहीं। क्षेत्र के विकास पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि ऊर्जा जीवन रेखा है। ऊर्जा के बगैर कोई भी विकास कार्य नहीं किया जा सकता। पूर्वोत्तर राज्यों में ऊर्जा की कमी को देखते हुए उन्होंने 6 राज्यों के लिए करोड़ों रुपए देने की घोषणा की। इसके अलावा इन राज्यों को रेललाइन से जोड़ने के लिए 28 हजार करोड़ रुपए देने की भी बात कही।

पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों के पास प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संपदा है। लेकिन यहां के प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग नहीं हुआ। रेलवे लाइन और स्कॉलरशिप के अलावा प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर में बेहतर 2जी कनेक्टिविटी के लिए 5 हजार करोड़ रुपये की घोषणा की, जबकि वादा किया कि हर साल केंद्र की ओर से पूर्वोत्तर के 2000 छात्रों और 500 शिक्षकों को देश के अन्य हिस्सों की यात्रा पर भेजा जाएगा। पीएम ने कहा कि इससे वह देश के अन्य भागों के बारे में भी जान पाएंगे।

अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने पूर्व की यूपीए सरकार पर भी निशाना साधा। पीएम ने कहा कि किसी भी प्रधानमंत्री को 15 घंटे के सफर तय करने में 10 वर्ष लग गए।

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