Pooja Khedkar: ट्रेनी IAS ने निजी ऑडी कार में लगवाई लाल-नीली बत्ती, जांच के लिए घर पहुंची पुलिस; जानिए क्या है पूरा विवाद
Trainee IAS Pooja Khedkar Controversy ट्रेनी आईएएस रहते हुए अधिकारों के दुरुपयोग और फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर यूपीएससी पास करने के आरोपों से घिरीं पूजा खेडकर की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। पुणे पुलिस ने कहा कि वह उस ऑडी कार की जांच करेगी जिस पर अनुचित तरीके से नीली-लाल बत्ती लगाने का आरोप है। इसके लिए गुरुवार को पुलिस उनके पुणे स्थित आवास पर पहुंची।
एएनआई, पुणे। ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। गुरुवार को पुणे पुलिस के जवान उनके घर पर पहुंचे। पुलिस ने उस ऑडी कार की जांच करने की बात भी कही है, जिसमें पूजा ने लाल-नीली बत्ती और वीआईपी नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया था।
पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, 'पुणे पुलिस मोटर वाहन अधिनियम के तहत ऑडी कार का सत्यापन/जांच करेगी, जिसका इस्तेमाल प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर द्वारा किया जा रहा था।'
#WATCH | Pooja Khedkar controversy | Pune Police personnel arrive at the residence of the Trainee IAS Officer in Pune, Maharashtra.
Pune Police Commissioner Amitesh Kumar says, "Pune Police to verify/examine the Audi Car which was being used by Trainee IAS Officer Pooja Khedkar,… pic.twitter.com/qLnwWdVsxk
— ANI (@ANI) July 11, 2024
क्या है विवाद?
गौरतलब है कि हाल ही में विवादों में घिरी पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए निजी गाड़ी में लाल-नीली बत्ती और वीआईपी नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया। इसके अलावा कथित रूप से उन्होंने प्रशासन से उन सुविधाओं की मांग की, जो ट्रेनी आईएएस को नहीं मिलती हैं।
पूजा पर दिव्यांगता और ओबीसी का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर यूपीएससी परीक्षा पास करने का भी आरोप है। रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें अप्रैल 2022 में दिल्ली एम्स से दिव्यांगता प्रमाण पत्र सत्यापित कराने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने कोरोना का हवाला देते हुए ऐसा नहीं किया।
कौन हैं पूजा खेडकर?
बता दें कि पूजा खेडकर 2022 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 841 हासिल कर यूपीएससी परीक्षा पास की थी। फिलहाल वह ट्रेनी पीरिएड में हैं और महाराष्ट्र के पुणे में तैनात थीं, लेकिन विवाद सामने आने के बाद उनका ट्रांसफर वाशिम में कर दिया गया है।