अकेलेपन को दूर करती है अच्छी नींद, रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
अकेलापन आजकल एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। अब विशेषज्ञ ने इसको लेकर रिसर्च की है और पता लगाया है अकेलेपन को कैसे दूर किया जा सकता है। जोसेफ डेजिएरजेव्स्की एक मनोवैज्ञानिक जो नेशनल स्लीप फाउंडेशन में रिसर्च के उपाध्यक्ष हैं ने इसको लेकर रिसर्च की है। रिसर्च के मुताबिक नींद और अकेलेपन के बीच गहरा संबंध देखा गया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अकेलापन एक ऐसी स्थिति है, जहां आपके आसपास कोई दूसरा नहीं होता और आप खुद को बहुत अकेला महसूस करते हैं। आज अकेलेपन को प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता के रूप में पहचाना जा रहा है। बाकी बीमारियों की तरह अकेलेपन का कोई इलाज नहीं है। अब विशेषज्ञ इस बढ़ती समस्या के समाधन के लिए उपाय तलाशने की कोशिश में जुटे हैं।
विशेषज्ञ की तरफ से की गई लेटेस्ट रिचर्स के मुताबिक, नींद और अकेलेपन के बीच गहरा संबंध देखा गया। 2,300 से ज्यादा युवाओं का सर्वेक्षण किया गया और स्वस्थ नींद वाले लोगों और भावनात्मक अकेलेपन के बीच एक गहरा संबंध देखा गया।
कैसे कर सकते हैं अकेलेपन को दूर?
रिसर्च से पता चलता है कि बेहतर नींद लेना अकेलेपन को कम करने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है, खासकर युवा लोगों में। इस संबंध को पूरी तरह से समझने और अकेलेपन के व्यापक प्रभावों से निपटने के लिए प्रभावी रणनीति विकसित करने के लिए अधिक रिसर्च की आवश्यकता है। अध्ययन के मुख्य लेखक, जोसेफ डेजिएरजेव्स्की, एक नैदानिक मनोवैज्ञानिक, जो नेशनल स्लीप फाउंडेशन में रिसर्च के उपाध्यक्ष हैं ने बताया युवा जीवन में अकेलेपन को समझने में नींद की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। युवा लोगों में नींद अकेलेपन पर अच्छा असर डालती है।रिसर्च से पता चला है कि अकेलेपन से ग्रस्त युवाओं को स्वस्थ नींद से अधिक लाभ हुआ। सर्वे में 2,297 प्रतिभागियों (औसत उम्र 44, आधे से अधिक पुरुष) को शामिल किया गया, जिसमें एक ऑनलाइन नींद स्वास्थ्य प्रश्नावली और डीजॉन्ग गियरवेल्ड लोनलीनेस स्केल का उपयोग किया गया। इसके बाद एसोसिएटेड प्रोफेशनल स्लीप सोसाइटीज की जून की बैठक में इसको लेकर निष्कर्ष प्रस्तुत किए गए हैं।यह भी पढ़ें: Video: गर्मी से बचने के लिए गजब 'जुगाड़', शख्स ने स्कूटी पर ही लगवा लिया शॉवर; नहाते-नहाते करता है ड्राइविंग