'वायनाड से ध्यान भटकाना चाहते हैं राहुल गांधी, इस वजह से की ईडी की कल्पना', राजीव चंद्रशेखर ने बोला हमला
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वायनाड से ध्यान भटकाने की खातिर राहुल गांधी ने ईडी वाली कहानी गढ़ी है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में 1200 किसानों ने आत्महत्या की है। राहुल गांधी उनके परिवार से क्यों नहीं मिले? उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस से सवाल पूछे जाते हैं तो वह झूठ बोलने लगती है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने ऊपर ईडी की कार्रवाई की जो आशंका जताई है, उसे भाजपा ने कोरी कल्पना करार दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि दो बार वायनाड से सांसद चुने गए राहुल वहां ऐसी भयंकर त्रासदी के बाद पहुंचने वाले अंतिम व्यक्ति थे। चूंकि जनता इस पर प्रश्न पूछ रही थी तो ध्यान भटकाने के लिए रात दो बजे उन्होंने ईडी की कल्पना कर ली या फिर सपना आ गया।
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चंद्रशेखर ने यूनाइटेड नेशन की जनरल असेंबली में की गई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों की सराहना के बिंदु भी विस्तार से साझा किए। पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि वायनाड में हादसे के बाद से लोग पूछ रहे थे कि स्थानीय सांसद और आइएनडीआइए की सहयोगी राज्य सरकार की जिम्मेदारी और भूमिका क्या है।
नैरेटिव गढ़ा ताकि लोग वायनाड के बारे में न पूछें
चंद्रशेखर ने तंज किसा कि राहुल को रात दो बजे किसी ने बोल दिया होगा कि लोग ऐसे सवाल पूछ रहे हैं। किसी तरह से इसे रोका जाए, नया नैरेटिव गढ़ा जाए, ताकि लोग वायनाड के बारे में न पूछें। लगता है कि कांग्रेस की यह रणनीति है कि जब उनसे प्रश्न पूछे जाते हैं तो उससे बचने के प्रयास में झूठ बोलते हैं।
कर्नाटक में 1200 किसानों ने की आत्महत्या
राहुल ने भी वायनाड के प्रश्नों से बचने के लिए ईडी की कल्पना की या सपना देख लिया। एक प्रश्न के उत्तर में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कर्नाटक में एक साल में 1200 किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन राहुल गांधी आज तक एक भी किसान के परिवार से मिलने नहीं गए। उनसे मिलकर सहानुभूति देनी चाहिए। कहना चाहिए कि हमारी सिद्दरमैया सरकार निकम्मी है।संयुक्त राष्ट्र ने की मोदी सरकार की सराहना
राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि गत दिवस संयुक्त राष्ट्र के जनरल असेंबली के अध्यक्ष ने विस्तार से दुनिया के सामने उदाहरण रखते हुए कहा कि भारत में 80 करोड़ लोगों को गरीबी और 25 करोड़ लोगों को बहुआयामी गरीबी से बाहर निकाला गया है और यह प्रधानमंत्री मोदी की जनकल्याणकारी नीतियों के कारण हुआ है।हर देश को इसी तरह अपने देश के गरीब लोगों को आगे बढ़ाने के लिए नीतियां बनानी चाहिए। पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने ब्रिटेन से भारत की नीतियों को अपनाने का आग्रह किया।
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