उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से नहीं हुई थी राहुल गांधी की बातचीत
पांच नवंबर को अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव है। राष्ट्रपति चुनाव के बीच ये खबर आई थी कि अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से फोन पर बात की। इस दावे को अमेरिकी उपराष्ट्रपति कार्यालय ने नकार दिया है। कहा जा रहा है कि अगर बाइडन अपनी उम्मीदवारी वापस लेते हैं तो कमला हैरिस राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी हो सकती हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के कार्यालय ने बताया है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई थी। दावा किया जा रहा था कि कमला हैरिस ने कांग्रेस नेता से फोन पर बात की।
अमेरिका के एक वरिष्ठ पत्रकार ने पुष्टि की है कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कार्यालय ने ऐसी किसी भी फोन बातचीत से इनकार किया है और इस खबर को गलत बताया है। हालांकि सोशल मीडिया पर राहुल गांधी और कमला हैरिस की टेलीफोन पर बातचीत की चर्चा जोरों पर थी। कांग्रेस के एक्स हैंडल ने भी इस खबर की न तो पुष्टि की और न खंडन।
हालांकि, कांग्रेस से जुड़े कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में राहुल की महत्ता को जानबूझकर पेश किया गया।
यह भी पढ़ें: राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होंगे बाइडन तो कौन होगा संभावित उम्मीदवार; पढ़ें अमेरिकी चुनाव का लेखा-जोखा
डेमोक्रेटिक पार्टी के हलकों में चर्चा है कि भारतीय और अफ्रीकी मूल की कमला हैरिस डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती देने के लिए मैदान में आ सकती हैं। अमेरिका में इस बात पर चर्चा हो रही है कि जो बाइडन को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार होना चाहिए या नहीं। उधर, बाइडन ने एलान किया है कि वह दृढ़ संकल्पित हैं और फिर से चुनाव लड़ने और रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी ट्रंप को हराने के लिए फिट भी हैं।
बाइडन पर दिख रहा उम्र का असर
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर उम्र का असर दिखने लगा है। यही वजह है कि उनकी पार्टी डेमोक्रेटिक में ऐसे सांसदों की संख्या और बढ़ती जा रही है, जो बाइडन से दोबारा अमेरिका का राष्ट्रपति बनने का सपना छोड़ने की अपील कर रहे हैं। बाइडन कहना है कि वह राष्ट्रपति की रेस में बने रहेंगे। अगर बाइडन अपना नाम वापस लेते हैं तो कमला हैरिस राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बन सकती हैं।
डिस्क्लेमर: समाचार एजेंसी पीटीआई ने 12 जुलाई 2024 को 'राहुल गांधी की कमला हैरिस के साथ फोन पर हुई बात' शीर्षक से खबर जारी की थी। इस रिपोर्ट के हवाले से जागरण डॉट कॉम में भी खबर प्रकाशित की गई थी। हालांकि, अमेरिका के उपराष्ट्रपति कार्यालय की ओर से राहुल गांधी के साथ किसी तरह की बातीचत होने की रिपोर्ट को गलत बताया है। इसके बाद जागरण डॉट कॉम ने भी अपनी खबर में इस तथ्य को अपडेट कर लिया है। आपको हुई असुविधा के लिए हमें खेद है। जागरण डॉट कॉम अपने पाठकों को तथ्यात्मक रूप से सही एवं समयबद्ध खबरें देने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह भी पढ़ें: यूएन में रूस-यूक्रेन युद्ध के खिलाफ प्रस्ताव पर भारत ने फिर दिखाई कूटनीति, वोटिंग में नहीं लिया हिस्सा