Rahul Gandhi: 'संसद में मैं आपकी आवाज बनूंगा', NEET परीक्षा विवाद के बीच राहुल ने छात्रों को दिया आश्वासन
Rahul Gandhi पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एक ही परीक्षा केंद्र से छह छात्र अधिकतम अंकों के साथ परीक्षा में टॉपर रहे जबकि कई छात्रों को ऐसे अंक मिले जो तकनीकी रूप से संभव नहीं हैं लेकिन सरकार लगातार पेपर लीक की संभावना से इनकार कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने शिक्षा माफिया निपटने के लिए एक मजबूत योजना बनाई है।
पीटीआई, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत नरेंद्र मोदी पर नीट-यूजी मेडिकल प्रवेश विवाद को लेकर निशाना साधा और कहा कि परीक्षा में कथित 'अनियमितताओं' ने उनके नए कार्यकाल के लिए शपथ लेने से पहले ही 24 लाख से अधिक छात्रों को तबाह कर दिया है। गांधी ने देश के छात्रों को आश्वासन दिया कि वह संसद में उनकी आवाज बनेंगे और उनके भविष्य से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाएंगे।
सोशल मीडिया एक्स पर हिंदी में लिखे एक पोस्ट में गांधी ने कहा, "नरेंद्र मोदी ने अभी शपथ भी नहीं ली है और नीट परीक्षा में अनियमितताओं ने 24 लाख से अधिक छात्रों और उनके परिवारों को तबाह कर दिया है।"
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एक ही परीक्षा केंद्र से छह छात्र अधिकतम अंकों के साथ परीक्षा में टॉपर रहे, जबकि कई छात्रों को ऐसे अंक मिले जो तकनीकी रूप से संभव नहीं हैं, लेकिन सरकार लगातार पेपर लीक की संभावना से इनकार कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने शिक्षा माफिया और सरकारी मशीनरी की मिलीभगत से चल रहे इस 'पेपर लीक उद्योग' से निपटने के लिए एक मजबूत योजना बनाई है।
'आपके भविष्य से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाऊंगा'
राहुल गांधी ने कहा, "हमने अपने घोषणापत्र में कानून बनाकर छात्रों को 'पेपर लीक से आजादी' दिलाने का संकल्प लिया था। उन्होंने आगे कहा कि आज मैं देश के सभी छात्रों को भरोसा दिलाता हूं कि मैं संसद में आपकी आवाज बनूंगा और आपके भविष्य से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाऊंगा। उन्होंने कहा, "हमने अपने घोषणापत्र में कानून बनाकर छात्रों को 'पेपर लीक से आजादी' दिलाने का संकल्प लिया था।"अंकों की समीक्षा के लिए चार सदस्यीय पैनल का हुआ गठन
नीट-यूजी मेडिकल प्रवेश परीक्षा में अंकों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए जाने के आरोपों के बीच राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को घोषणा की कि शिक्षा मंत्रालय ने 1,500 से अधिक उम्मीदवारों को दिए गए अनुग्रह अंकों की समीक्षा के लिए चार सदस्यीय पैनल का गठन किया है।