Satyapal Malik Interview: 'क्या ये संवाद ED-CBI की भाग दौड़ बढ़ा देगा?' राहुल गांधी ने लिया सत्यपाल मलिक का इंटरव्यू
राहुल गांधी ने सत्यपाल मलिका के साथ एक इंटरव्यू किया है। दोनों नेताओं के बीच बातचीत का यह वीडियो राहुल के यूट्यूब अकाउंट पर अपलोड किया गया है। साथ ही राहुल ने एक्स पर किए गए एक सोशल मीडिया पोस्ट में भी इसको लेकर जानकारी साझा की है।
By Jagran NewsEdited By: Amit SinghUpdated: Wed, 25 Oct 2023 04:24 PM (IST)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी का जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के साथ बातचीत का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो के बारे में जानकारी खुद राहुल गांधी ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट के माध्यम से दी है। करीब आधे घंटे इस वीडियो में राहुल गांधी और सत्यपाल मलिक कई मुद्दों पर बातचीत करते नजर आ रहे हैं।
खामियों के चलते हुआ हमला
दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में प्रमुख तौर से पुलवामा अटैक, जम्मू-कश्मीर की स्थिति और अदानी के मुद्दे पर चर्चा हुई। साथ ही राहुल गांधी, सत्यपाल मलिक से उनके पुराने दिनों को लेकर भी बात करते नजर आ रहे हैं। राहुल गांधी के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर अपलोड किए गए बातचीत के वीडियो में मलिक ने 2019 पुलवामा हमले के लिए सरकार की खामियों को जिम्मेदार ठहराया।
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नहीं हुई कोई जांच
इस इंटरव्यू में भी उन्होंने यह बात भी दोहराई है कि 'दो चैनलों को उन्होंने बताया कि यह हमला हमारी गलती से हुआ, लेकिन मुझसे कहा गया कि इसे कहीं भी न कहें।
मुझे लगा कि मेरे बयानों से जांच पर असर पड़ सकता है, लेकिन कोई जांच नहीं हुई। इसका इस्तेमाल चुनाव के उद्देश्य से किया गया। हमले के बाद तीसरे दिन पीएम मोदी ने भाषण दिया, जिसमें उन्होंने इसका राजनीतिक इस्तेमाल किया।'
क्या ये संवाद ED-CBI की भाग दौड़ बढ़ा देगा?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 25, 2023
पुलवामा, किसान आंदोलन और अग्निवीर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर राज्यपाल, पूर्व सांसद और किसान नेता, सत्यपाल मलिक जी के साथ दिलचस्प चर्चा!
पूरा वीडियो मेरे यूट्यूब चैनल पर देखिए। pic.twitter.com/tIGkXDRjzD
पांच विमानों की थी मांग
इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले के कारण भी बताए। उन्होंने कहा कि CRPF की ओर से पांच विमानों के लिए आग्रह किया गया था, लेकिन चार महिनों तक उनका आवेदन गृह मंत्रालय में पड़ा रहा, जिसे बाद में अस्वीकार कर दिया गया।सड़क से जाने का फैसला गलत
मलिक ने बताया कि अगर उनसे विमानों के लिए कहा गया होता तो मैं तुरंत ही इंतजाम कर सकता था। मैंने बर्फ में फंसे छात्रों को विमान उपलब्ध कराया था। दिल्ली में किराए पर विमान आसानी के साथ उपलब्ध होते हैं। मलिक बताते हैं कि आवेदन अस्वीकार होने के बाद जवानों ने सड़क से जाने का फैसला किया, जिसे पहले से ही असुरक्षित माना जा रहा था।यह भी पढ़ें: भाजपा से पहले आपस में लड़ता विपक्ष, लोकसभा चुनाव से पहले ही आइएनडीआइए में आपसी टकराव आ गया सतह पर