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Parliament: लोकसभा में राहुल गांधी ने चलाए तीखे तीर, कहा- पीएम मोदी के कहने पर लागू की गई अग्निपथ योजना

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का पहला दिन संसद के दोनों सदनों में विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच भीषण संग्राम का रहा। पहली बार नेता विपक्ष की हैसियत से लोकसभा में राहुल गांधी ने आरोपों के तीखे तीर चलाए जिसका सत्ता पक्ष की ओर से तथ्यों के साथ तीखा प्रतिकार किया गया। राहुल गांधी ने सेना को अग्निपथ योजना के खिलाफ बताया।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Mon, 01 Jul 2024 11:45 PM (IST)
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लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा- पीएम मोदी के कहने पर लागू की गई अग्निपथ योजना
नीलू रंजन, जागरण, नई दिल्ली। चुनाव नतीजे के बाद से जिसकी आशंका जताई जा रही थी, वही हुआ। नई संसद में शुरू हुई पहली चर्चा में ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गर्मी चरम पर पहुंच गई। कोई भी पक्ष दूसरे के लिए एक इंच जमीन छोड़ने को तैयार नहीं था।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी खड़े हुए तो अधिकतर मुद्दे और लहजे वही थे जो वह चुनाव के दौरान उठाते रहे थे। फर्क यह था कि मजबूत और आक्रामक विपक्ष को देखते हुए सरकारी पक्ष पूरा सतर्क और तैयार था। और यही कारण है शायद पहली बार किसी नेता विपक्ष के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई नेताओं ने खड़े होकर आपत्ति भी जताई और लगाए जा रहे आरोपों को सही साबित करने की चुनौती भी दी। लंबे अरसे के बाद कोई बहस इतनी तीखी रही।

राहुल गांधी ने आरोपों के तीखे तीर चलाए

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का पहला दिन संसद के दोनों सदनों में विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच भीषण संग्राम का रहा। पहली बार नेता विपक्ष की हैसियत से लोकसभा में राहुल गांधी ने आरोपों के तीखे तीर चलाए, जिसका सत्ता पक्ष की ओर से तथ्यों के साथ तीखा प्रतिकार किया गया। राहुल गांधी ने सेना को अग्निपथ योजना के खिलाफ बताया।

अग्निपथ योजना पर राहुल ने उठाए सवाल

उन्होंने कहा कि सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी के कहने पर इसे लागू कर दिया गया। एक अग्निवीर की मौत के बाद उसके परिवार के सदस्यों से बातचीत का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अग्निवीरों की युद्ध के दौरान मौत पर न तो बलिदानी का दर्जा दिया जाता है और न ही मुआवजा दिया जाता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका तीखा प्रतिकार करते हुए इसे झूठा करार दिया।

राजनाथ सिंह ने साफ किया कि अग्निपथ योजना लागू करने से पहले सभी संबंधित पक्षों के साथ पूरी चर्चा की गई थी। ऐसी योजना अमेरिका और इंग्लैंड जैसे कई देशों में पहले से चल रही है। इसके बाद सरकार की ओर से बताया गया कि राहुल गांधी जिस अग्निवीर की मौत का हवाला दे रहे थे, उसके परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा पिछले साल ही दिया जा चुका है।

इसी तरह से मोदी सरकार को किसान विरोधी बताते हुए राहुल गांधी ने किसानों को एमएसपी नहीं मिलने का आरोप जड़ दिया। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका तत्काल जवाब देते हुए मोदी सरकार के दौरान किसानों को लागत मूल्य का डेढ़ गुना एमएसपी सुनिश्चित किए जाने का तथ्य सामने रखा।

अमित शाह ने की यह मांग

गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी के भाषण में लगाए गए झूठे आरोपों की सत्यता की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि नियम के मुताबिक किसी भी सदस्य द्वारा लगाए आरोप की पुष्टि के लिए दस्तावेजी सबूत दिया जाना चाहिए। उनके अनुसार राहुल गांधी के आरोप तथ्यहीन हैं और इसकी सत्यता के लिए दस्तावेजों सबूतों को देखना जरूरी है। ओम बिरला ने शाह को राहुल गांधी के आरोपों की सत्यता की जांच कराने का भरोसा दिया। पर इस क्रम में यह स्पष्ट हो गया है कि सदन में अब अक्सर ऐसी सियासी गर्मी देखने को मिल सकती है।

बिरला पर आरोप- उन्होंने पीएम से झुककर हाथ मिलाया

राहुल गांधी ने कुछ व्यक्तिगत हमले भी किए और उसमें प्रधानमंत्री के साथ साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा अध्यक्ष ने उनसे सीधे खड़े होकर हाथ मिलाया था, जबकि प्रधानमंत्री से झुककर हाथ मिलाया था। इसके जवाब में ओम बिरला ने बड़ों को सम्मान करने के अपने संस्कार का हवाला दिया। इसी तरह से राहुल गांधी ने संसद भवन की गैलरी में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अभिवादन नहीं करने का भी आरोप लगाया।

उनके अनुसार राजनाथ सिंह ने रास्ते में मिलने पर उनका अभिवादन किया था, लेकिन प्रधानमंत्री सीधे चले गए थे। इसका जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र उन्हें नेता प्रतिपक्ष को गंभीरता से लेने की सीख देता है।