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Telangana: राहुल गांधी ने सिंगरेनी कोयला खदानों के श्रमिकों से की बातचीत, निजीकरण पर जताई चिंता; देखें Video

राहुल गांधी ने सिंगरेनी कोयला खदान श्रमिकों के साथ बातचीत का वीडियो साझा किया। इस वीडियो में उन्होंने निजीकरण पर चिंता व्यक्त की। पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने आगे कहा कि यह निजीकरण श्रम कानूनों का उल्लंघन है और श्रमिकों को बंधुआ मजदूरी में धकेलने का एक साधन है।

By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Wed, 01 Nov 2023 03:48 PM (IST)
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राहुल गांधी ने सिंगरेनी कोयला खदानों के श्रमिकों से की बातचीत (Image: X/@RahulGandhi)

पीटीआइ, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को तेलंगाना में सिंगरेनी कोयला खदान के श्रमिकों के साथ अपनी हालिया बातचीत का एक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में उन्होंने 'खानों के निजीकरण' पर चिंता व्यक्त की। इसके अलावा आरोप लगाया कि यह श्रम कानूनों का उल्लंघन है और इसका मतलब श्रमिकों को 'बंधुआ' मजदूरी में धकेलना है।

'कोई निजीकरण नहीं होना चाहिए'

गांधी द्वारा अपने यूट्यूब चैनल पर साझा किए गए एक वीडियो में, वह कार्यकर्ताओं से यह कहते हुए नजर आ रहे है कि कांग्रेस का रुख बहुत स्पष्ट है कि रणनीतिक क्षेत्रों में कोई निजीकरण नहीं होना चाहिए। उन्होंने वीडियो के साथ अपने पोस्ट में कहा 'कुछ दिन पहले मुझे सिंगरेनी की कोयला खदानों के श्रमिकों और कर्मचारियों से मिलने और बात करने का मौका मिला। उनकी समस्याएं सुनीं और सुनने के बाद मुझे पता चला कि हर समस्या की जड़ खदानों का निजीकरण है।'

अमीर और अमीर हो जाएंगे

पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने आगे कहा कि 'यह निजीकरण श्रम कानूनों का उल्लंघन है और श्रमिकों को बंधुआ मजदूरी में धकेलने का एक साधन है। इससे कुछ पूंजीपतियों को फायदा होगा और नतीजा वही होगा जो मैं लंबे समय से कहता आ रहा हूं - अमीर और अमीर हो जाएंगे, और गरीब और गरीब हो जाएंगे।'

वीडियो में, कार्यकर्ता गांधी से यह सुनिश्चित करने के लिए कहते हैं कि कांग्रेस अपने घोषणापत्र में कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से इस तरह के निजीकरण के खिलाफ अपना रुख बताए। बाद में X (पूर्व में ट्विटर) पर हिंदी में एक पोस्ट में गांधी ने कहा, 'सिंगारेनी कोयला खदानों के मजदूरों से मिलने के बाद यह बात सामने आई कि उनका शोषण एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।

देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा अडानी टैक्स

'गांधी ने आरोप लगाया कि भारतीय खदानों का निजीकरण, विदेशों से महंगा कोयला लाना, फिर जनता की जेब काटने के लिए बिजली बिल बढ़ाना है। प्रधानमंत्री ने एक 'छिपा हुआ टैक्स' लगाया है जो देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है और वो है अडानी टैक्स!'

पिछले महीने अपनी तेलंगाना यात्रा के दौरान श्रमिकों के साथ हुई बातचीत में गांधी ने आश्वासन दिया था कि सिंगरेनी कोलियरी की खदानों का निजीकरण नहीं किया जाएगा और आरोप लगाया था कि इसे अडानी को बेचने की कोशिश की गई थी, लेकिन 'हमने इसे रुकवा दिया।' राहुल गांधी समाज के विभिन्न सेक्टरों के साथ बातचीत कर रहे हैं।