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Manipur Violence: राहुल गांधी मणिपुर के दौरे के लिए हुए रवाना, विस्थापित लोगों से भी करेंगे मुलाकात

मणिपुर में लगातार दो समुदायों के बीच हिंसा जारी है। वहीं इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज मणिपुर का दौरा करने के लिए रवाना हो चुके हैं। इसकी जानकारी AICC महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दी है। राहुल गांधी अपने दौरे के दौरान मणिपुर में जातीय संघर्ष से विस्थापित लोगों से मिलेंगे और यात्रा के दौरान इंफाल और चुराचांदपुर में नागरिक समाज के प्रतिनिधियों से भी बातचीत करेंगे।

By Versha SinghEdited By: Versha SinghUpdated: Thu, 29 Jun 2023 09:39 AM (IST)
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राहुल गांधी आज हिंसा प्रभावित मणिपुर का करेंगे दौरा
नई दिल्ली, एजेंसी। AICC महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 29 और 30 जून को हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा करने के लिए रवाना हो चुके हैं।

मणिपुर का दौरा करेंगे राहुल गांधी

वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी राहत शिविरों का दौरा करेंगे और जातीय संघर्ष से विस्थापित लोगों से मिलेंगे और यात्रा के दौरान इंफाल और चुराचांदपुर में नागरिक समाज के प्रतिनिधियों से भी बातचीत करेंगे।

मेइती को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची में शामिल करने की मांग के विरोध में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन (एटीएसयू) द्वारा आयोजित एक रैली के दौरान झड़प के बाद 3 मई को मणिपुर में हिंसा भड़क उठी।

शिविरों में लोगों से करेंगे मुलाकात

केसी वेणुगोपाल ने एक ट्वीट में कहा कि राहुल गांधी जी 29-30 जून को मणिपुर का दौरा करेंगे। वह अपनी यात्रा के दौरान राहत शिविरों का दौरा करेंगे और इंफाल और चुराचांदपुर में नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे। मणिपुर लगभग दो महीने से जल रहा है और उसे एक उपचारात्मक स्पर्श की सख्त जरूरत है ताकि समाज संघर्ष से शांति की ओर बढ़ सके। यह एक मानवीय त्रासदी है और यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम नफरत की नहीं बल्कि प्यार की ताकत बनें।

इस बीच, मणिपुर के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता ओकराम इबोबी सिंह ने राहुल गांधी की दो दिवसीय मणिपुर यात्रा के दौरान मणिपुर के लोगों से शांति बनाए रखने और सहयोग देने की अपील की।

उन्होंने कहा कि हम मणिपुर के लोगों से अपील करते हैं कि कृपया राहुल गांधी की दो दिवसीय यात्रा के दौरान शांति बनाए रखें और सहयोग दें।

मुख्यमंत्री को हटाने की हो रही मांग

कांग्रेस हिंसा से निपटने के तरीकों को लेकर केंद्र और मणिपुर राज्य दोनों में भाजपा सरकारों पर तीखे हमले कर रही है। पार्टी पहले ही मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को हटाने की मांग कर चुकी है।

विशेष रूप से, असम राइफल्स ने अब तक हिंसा प्रभावित मणिपुर में सभी समुदायों के 50,000 से अधिक विस्थापित लोगों को निकाला है और उन्हें सुरक्षित मार्ग, आश्रय, भोजन और दवाएं प्रदान की हैं।

गृह मंत्री भी कर चुके हैं बैठक 

इससे पहले 24 जून को मणिपुर में हिंसा पर सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री शाह ने राज्य में शांति बहाल करने का आश्वासन दिया था, जबकि विपक्षी दलों ने इस मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी की 'चुप्पी' पर सवाल उठाए थे।

हिंसाग्रस्त राज्य के हालात का जायजा लेने के लिए अमित शाह ने एक बैठक भी बुलाई थी. बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा और सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास सहित अन्य नेता उपस्थित थे।