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Train Speed: कितनी रखते है ड्राइवर ट्रेन की स्पीड? लगातार हो रहे नियमों के उल्लंघन का होगा खुलासा; रेलवे बोर्ड ने गठित की कमेटी

रेलवे बोर्ड ने स्पीड के नियमों को लेकर कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी में कई मुद्दों पर बात हुई और ये पता लगाने की कोशिश की गई आखिर ड्राइवर स्पीड का उल्लंघन क्यों करते हैं। रेलवे बोर्ड ने 3 जून को सभी जोनों को एक लेटर जारी किया था जिसमें स्पीड कंट्रोलिंग को लेकर नए नियाम बनाने पर बात हुई।

By Agency Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sun, 16 Jun 2024 03:44 PM (IST)
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स्पीड के नियम को उल्लंघन को लेकर रेलवे बोर्ड ने उठाया सवाल

पीटीआई, नई दिल्ली। देश- दुनिया में आए दिन रेल हादसे होते रहते हैं। इसको देखते हुए रेलवे बोर्ड ने एक समिति का गठन किया है। कमेटी का गठन दरअसल यह पता लगाने के लिए किया गया है कि ड्राइवर स्पीड को लेकर आए नियमों का उल्लंघन क्यों करते हैं ।

सूत्रों के अनुसार, बोर्ड हाल की घटनाओं के बाद हरकत में आया,जब दो ट्रेन ड्राइवरों ने एक नदी पुल पर 20 किमी प्रति घंटे के स्पीड नियम का उल्लंघन किया था। वो अपनी ट्रेन को 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलाते थे।

3 जून को जारी किए गए थे लेटर

इन घटनाओं के तुरंत बाद, रेलवे बोर्ड ने 3 जून को सभी जोनों को एक लेटर जारी किया और सूचित किया, 'रेलवे बोर्ड ने लोको पायलटों और ट्रेन प्रबंधकों (गार्ड) को जारी किए जा रहे सावधानी आदेशों की समीक्षा के लिए एक समिति का गठन किया है।' सर्कुलर में कहा गया है, 'समिति फील्ड स्तर पर सावधानी आदेशों से संबंधित मुद्दों को समझने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से लोको पायलटों के साथ बातचीत करना चाहती है।'

180 से अधिक लोको पायल ने लिया मीटिंग में हिस्सा

इसमें सभी जोनों को 5 जून को एक बैठक में पार्ट लेने के लिए प्रत्येक डिवीजन से लोको पायलटों को नामित करने के लिए कहा गया है। आभासी बैठक का हिस्सा रहे एक लोको पायलट ने कहा, 'बैठक में 180 से अधिक लोको पायलटों और लोको निरीक्षकों ने भाग लिया और यह सुझाव दिया गया कि स्पीड को लेकर बनाए गए नियमों का पालन किया जाएगा।

वॉकी-टॉकी पर नियम याद दिलाए ड्राइवर

बैठक में इसके लेकर कई सुझाव सामने आए। ड्राइवरों के एक सेक्शन ने सुझाव दिया कि एक ट्रेन गार्ड को नियमों के उल्लंघन देखते ही 3 किमी पहले वॉकी-टॉकी पर ड्राइवर को याद दिलाना होगा। इस अभ्यास का गार्डों द्वारा पालन किया जा रहा है कोटा मंडल एवं रेलवे में इसे मंडल भर में लागू करने का अनुरोध किया गया

कुछ ड्राइवर चाहते थे कि स्पीड को लेकर आदेश ए4 आकार के सफेद कागज पर बड़े फॉन्ट आकार के साथ मोटे अक्षरों में दिया जाए।