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सामने आई आंध्र प्रदेश में रेल हादसे की वजह, ड्राइवर मोबाइल पर देख रहा था क्रिकेट मैच; 14 लोगों ने चुकाई लापरवाही की कीमत

आंध्र प्रदेश के कंटाकापल्ली में हावड़ा-चेन्नई मार्ग पर रायगड़ा पैसेजर ट्रेन ने विशाखापत्तनम पलासा ट्रेन को पीछे से टक्कर मार दी थी। इस दुर्घटन जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से अधिक यात्री घायल हुए थे। रेल मंत्री ने बताया कि आंध्र प्रदेश में यह दुर्घटना इस कारण हुई क्योंकि लोको पायलट और सह-पायलट दोनों का ध्यान क्रिकेट मैच की वजह से भटक गया था।

By Agency Edited By: Mohd Faisal Updated: Sun, 03 Mar 2024 10:18 AM (IST)
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साल 2023 में हुए आंध्र प्रदेश रेल हादसे में कैसे गई थी 14 लोगों की जान? (फाइल फोटो)

पीटीआई, नई दिल्ली। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को दावा किया कि 29 अक्टूबर 2023 को आंध्र प्रदेश में जब दो यात्री रेलगाड़ियों की टक्कर हुई, तो उस समय एक ट्रेन का लोको पायलट और सहायक लोको पायलट मोबाइल फोन पर क्रिकेट मैच देख रहे थे। नए सुरक्षा उपायों के बारे में बात करते हुए उन्होंने इस दुर्घटना का जिक्र किया।

आंध्र प्रदेश के विजयनगरम में हुआ था ट्रेन हादसा

आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के कंटाकापल्ली में हावड़ा-चेन्नई मार्ग पर रायगड़ा पैसेजर ट्रेन ने विशाखापत्तनम पलासा ट्रेन को पीछे से टक्कर मार दी थी। इस दुर्घटन जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से अधिक यात्री घायल हुए थे।

रेल मंत्री ने बताई हादसे की वजह

रेल मंत्री ने बताया कि आंध्र प्रदेश में यह दुर्घटना इस कारण हुई, क्योंकि लोको पायलट और सह-पायलट दोनों का ध्यान क्रिकेट मैच की वजह से भटक गया था। हम ऐसी प्रणाली स्थापित कर रहे हैं जो यह सुनिश्चित कर सकती है कि पायलट और सहायक पायलट का ध्यान पूरी तरह से ट्रेन चलाने पर रहे। हम हर घटना का मूल कारण जानने का प्रयास करते हैं ताकि इसकी पुनरावृत्ति न हो।

जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं हुई सार्वजनिक

रेलवे सुरक्षा आयुक्तों (सीआरएस) की जांच रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। हालांकि, घटना के एक दिन बाद प्रारंभिक रेलवे जांच के हवाले से कहा गया था कि ट्रेन हादसे के लिए रायगड़ा यात्री गाड़ी के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट जिम्मेदार हैं तय नियमों का उल्लंघन किया। इस हादसे में चालक दल के दोनों सदस्यों की मौत हो गई थी।

आने वाले वर्षों में बनेंगी एक हजार से अधिक अमृत भारत ट्रेन

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत आने वाले वर्षों में नयी पीढ़ी की कम से कम 1,000 अमृत भारत ट्रेन का निर्माण करेगा। 250 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेन बनाने का काम जारी है। वैष्णव ने यह भी कहा कि रेलवे ने पहले ही वंदे भारत ट्रेनों के निर्यात पर काम करना शुरू कर दिया है और आने वाले पांच वर्षों में देश द्वारा पहला निर्यात किये जाने की उम्मीद है।

मोदी सरकार ने रेलवे का किया कायाकल्प

नरेन्द्र मोदी नीत सरकार के पिछले 10 वर्षों में रेलवे द्वारा की गई परिवर्तनकारी पहलों पर उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल-चिनाब पुल और कोलकाता मेट्रो के लिए नदी के नीचे पहली जल सुरंग रेल क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण तकनीकी प्रगति है। वैष्णव ने कहा, हमने अमृत भारत ट्रेन को डिजाइन किया है। इस विश्व स्तरीय ट्रेन के जरिये केवल 454 रुपये के खर्च पर 1,000 किलोमीटर की यात्रा की जा सकती है। वहीं वंदे भारत युवाओं के बीच लोकप्रिय है।