Move to Jagran APP

देश के इस राज्य में शुरू होगी ट्रेन, नौ महीने बाद खत्म होगा 77 साल का इंतजार

मिजोरम राज्य की राजधानी आइजोल वासियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। अगले 9 महीने के अंदर रेलवे लिंक के अंतर्गत आने वाला पूर्वोत्तर का चौथा राजधानी शहर होगा क्योंकि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) सैरांग तक नया 51.38 किमी ब्रॉड गेज ट्रैक बिछा रहा है। रेलवे परियोजना में 48 सुरंगें शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट में कुल 55 बड़े पुल और 87 छोटे पुल होंगे।

By Agency Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sun, 20 Oct 2024 08:35 PM (IST)
Hero Image
मिजोरम में जल्द चलने वाली है ट्रेन (फाइल फोटो)

एजेंसी, आइजोल। मिजोरम राज्य की राजधानी आइजोल वासियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। अगले 9 महीने के अंदर रेलवे लिंक के अंतर्गत आने वाला पूर्वोत्तर का चौथा राजधानी शहर होगा, क्योंकि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) सैरांग तक नया 51.38 किमी ब्रॉड गेज ट्रैक बिछा रहा है।

मिजोरम सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एनएफआर के महाप्रबंधक अरुण कुमार चौधरी ने राज्य के मुख्यमंत्री लालदुहोमा के साथ एक बैठक के दौरान बताया कि भैरबी (असम के हैलाकांडी जिले के पास) और सैरांग (आइजोल के पास) के बीच 51.38 किलोमीटर की नई लाइन जुलाई तक अगले साल पूरी होने की उम्मीद है। 

8,213.72 करोड़ की बैराबी-सैरांग

एनएफआर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ₹ 8,213.72 करोड़ की बैराबी-सैरांग रेलवे परियोजना अब प्रगति की ओर है। असम का मुख्य शहर गुवाहाटी (राजधानी दिसपुर से सटा हुआ) त्रिपुरा की राजधानी अगरतला और अरुणाचल प्रदेश का नाहरलागुन (राजधानी शहर ईटानगर से सटा हुआ) कई सालों से पहले से ही रेलवे नेटवर्क पर हैं।

एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) कपिंजल किशोर शर्मा ने कहा कि पूरी बैराबी-सैरांग प्रोजेक्ट, एक बार पूरा हो जाने पर मिजोरम के लोगों के लिए संचार और वाणिज्य के मामले में एक गेम-चेंजर प्रोजेक्ट होगा। उन्होंने कहा कि आर्थिक और पर्यावरण अनुकूल रेलवे सेवाओं का राज्य के लगभग सभी विकास कार्यों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। 

सीपीआरओ ने आईएएनएस को बताया, "बैराबी-सैरांग रेलवे परियोजना का 93 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है। 51.38 किलोमीटर के मार्ग में चार स्टेशन हैं - हॉर्टोकी, कावनपुई, मुआलखांग और सैरांग।"

चार पार्ट में बांटा गया रेलवे प्रोजेक्ट

बैराबी और सैरांग रेलवे परियोजना को चार पार्ट में बांटा गया है - बैराबी-होर्टोकी, होर्टोकी-कावनपुई, कावनपुई-मुआलखांग, और मुआलखांग-सैरांग। शर्मा ने कहा कि भैरबी-होर्तोकी पार्ट, जो 17.38 किमी लंबा है, पूरा हो चुका है और जुलाई में इसे चालू किया गया था और ट्रेन सेवा अगस्त से चालू है। रेलवे परियोजना में 48 सुरंगें शामिल हैं। 12,853 मीटर सुरंगों की कुल लंबाई में से 12,807 मीटर सुरंग बनाने का काम पहले ही पूरा हो चुका है।

प्रोजेक्ट में कुल कितने पुल हैं?

इस प्रोजेक्ट में कुल 55 बड़े पुल और 87 छोटे पुल होंगे। सैरांग स्टेशन के एप्रोच में परियोजना के सबसे ऊंचे घाट का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। इस घाट की ऊंचाई 104 मीटर है, साथ ही कुतुब मीनार 42 मीटर ऊंचा। इस परियोजना में पांच रोड ओवर ब्रिज और छह रोड अंडर ब्रिज भी शामिल हैं।