मुसीबत की बारिश: बादल फटने से हिमाचल में 50 लापता, उत्तराखंड में 11 की मौत; सरकार अलर्ट
भारत में इन दिनों कई राज्यों में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में दो दिनों से इतनी बारिश हुई कि लोगों के लिए मुसीबत बन गई। वहीं हिमाचल के कई जगहों पर बादल फटने का मामला सामने आया। बादल फटने के बाद बाढ़ और भूस्खलन जैसे हालात पैदा हो गए जिसमें 50 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं।
जागरण टीम, नई दिल्ली। पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बुधवार रात और गुरुवार को बारिश मुसीबत बनकर बरसी। हिमाचल में सात जगहों शिमला जिले के गांव गानवी व समेज, कुल्लू जिले के गांव मलाणा व निरमंड, मंडी जिले के गांव राजबन, किन्नौर जिले में सोलारिंग खड्ड व चंबा जिले के रूपणी में बादल फटने के कारण आई बाढ़ व भूस्खलन से 50 लोग लापता हो गए। इसमें शिमला जिले के समेज के 33, कुल्लू जिले के मलाणा व निरमंड के 10 व मंडी जिले के राजबन के सात लोग शामिल हैं।
शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप ने भारतीय सेना की सहायता मांगी। लगभग 125 कर्मियों की क्षमता वाली तीन टुकड़ियां, एक इंजीनियर टास्क फोर्स, लगभग 20 कर्मियों वाली एक मेडिकल टीम सहायता में लगी है।
उत्तराखंड में भारी वर्षा से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त
उत्तराखंड में भारी वर्षा से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, वहीं 24 घंटे में 11 की मौत हो गई। शिमला जिले में गांव समेज बुधवार रात करीब सवा 12 बजे बादल फटने से पूरी तरह तबाह हो गया। सैलाब की चपेट में आकर गांव के सभी 27 घर बह गए। अन्य राज्य के चार मजदूर, कंदराहड़ खुश्वा क्षेत्र से आठ लोग, छह मेगावाट एसेंट पावर प्रोजेक्ट के सात कर्मचारी और समेज गांव के 14 लोग बह गए। ये सभी लापता हैं।
मंडी जिले में बादल फटने से सात लोग लापता
लापता लोगों में आठ स्कूली बच्चे भी हैं। गुरुवार को दो मानव अवशेष मिले हैं। शिमला जिले के गानवी गांव में बादल फटने से चार मकान व दो पुल बह गए। इन घरों में रहने वाले लोग सुरक्षित हैं, क्योंकि वे समय रहते बाहर निकल गए थे। मंडी जिले के राजबन में बादल फटने से सात लोग लापता हो गए। तीन लोगों के शव बरामद हुए और दो लोग घायल हो गए। दो अगस्त को भारी वर्षा की चेतावनी के मद्देनजर उपायुक्त ने मंडी जिले के सभी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित किया है। कुल्लू जिले की मणिकर्ण घाटी के मलाणा में बिजली परियोजना का बांध टूट गया। इस कारण एक मंदिर व कुछ मकान बह गए।चंबा में भूस्खलन के कारण 15 वाहन दब गए
पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से मणिकर्ण के शाट में सब्जी मंडी का भवन बह गया। ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से राष्ट्रीय राजमार्ग चंडीगढ़-मनाली कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया। इस कारण यह मार्ग बंद है। चंबा जिले के रूपणी में बादल फटने से हुए भूस्खलन के कारण 15 वाहन दब गए। यहां खेतों में फसलें तबाह हो गईं और सड़क क्षतिग्रस्त हुई है। जहां पर बादल फटे, वहां प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची। लापता लोगों की तलाश की जा रही है। उधर, मौसम विभाग प्रदेश में कई स्थानों पर बहुत भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।