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Rainfall In India: जुलाई में दर्ज की गई सामान्य से 13 प्रतिशत अधिक बारिश, मानसून पर नहीं पड़ा अल नीनो का असर

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि देश में जुलाई के महीने में 315.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जो सामान्य से 13 प्रतिशत अधिक है। इसी अवधि में पूर्वी और पूर्वोत्तर के इलाकों में साल 1901 के बाद तीसरी बार जुलाई में सबसे कम बारिश हुई। इस दौरान पूर्वी और पूर्वोत्तर के राज्यों में सिर्फ 280.9 मिमी बारिश दर्ज की गई।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Mon, 31 Jul 2023 05:58 PM (IST)
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जुलाई में दर्ज की गई सामान्य से 13 प्रतिशत अधिक बारिशः आईएमडी।

नई दिल्ली, पीटीआई। देश के कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति बन गई है। वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि देश में जुलाई के महीने में 315.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 13 प्रतिशत अधिक है। विभाग के मुताबिक, पूर्वी और पूर्वोत्तर के इलाकों में साल 1901 के बाद तीसरी बार जुलाई में सबसे कम बारिश हुई है। इस दौरान पूर्वी और पूर्वोत्तर के राज्यों में सिर्फ 280.9 मिमी बारिश दर्ज की गई।

जुलाई माह में दर्ज की गई 315.9 मिमी बारिश

मौसम विभाग ने कहा, "देश में जुलाई में 315.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य से 13 प्रतिशत अधिक है। इसी अवधी में पूर्व और पूर्वोत्तर के कई हिस्सों को छोड़कर सभी क्षेत्रों में अधिक बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में 1901 के बाद से सबसे कम 280.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।"

पूर्वी और पूर्वोत्तर में मानसूनी बारिश ने किया निराश

आईएमडी ने बताया कि उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में भी 2001 के बाद से सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में मानसूनी बारिश में कमी देखी जा रही है। विभाग के मुताबिक, देश में जुलाई माह में भारी बारिश की 1,113 और भीषण बारिश की 205 घटनाएं दर्ज की गई।

मानसून पर नहीं पड़ा अल नीनो का असर

मौसम विभाग ने बताया कि अल नीनो की स्थिति के कारण मानसूनी बारिश पर अभी तक इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। हालांकि, देश में अगस्त-सितंबर के बीच मानसून की दूसरी छमाही में सामान्य बारिश होने की सबसे अधिक संभावना है।