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राजीव चन्द्रशेखर ने मतदाताओं को रिश्वत देने के 'झूठे आरोपों' पर शशि थरूर को भेजा कानूनी नोटिस, सार्वजनिक मांफी की मांग

तिरुवनंतपुरम से भाजपा उम्मीदवार राजीव चंद्रशेखर ने अपने कांग्रेस समकक्ष शशि थरूर को मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है। अपने नोटिस में राजीव चंद्रशेखर ने थरूर पर तिरुवनंतपुरम के घटकों के बीच स्पष्ट रूप से गलत जानकारी प्रसारित करने प्रमुख मतदाताओं और पैरिश पुजारियों जैसे प्रभावशाली लोगों को रिश्वत देने के संबंध में कथित तौर पर भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप लगाया है।

By Jagran News Edited By: Versha Singh Updated: Wed, 10 Apr 2024 02:05 PM (IST)
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राजीश चन्द्रशेखर ने शशि थरूर को भेजा कानूनी नोटिस
एएनआई, नई दिल्ली। तिरुवनंतपुरम से भाजपा उम्मीदवार राजीव चंद्रशेखर ने अपने कांग्रेस समकक्ष शशि थरूर को मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है।

अपने नोटिस में, राजीव चंद्रशेखर ने थरूर पर तिरुवनंतपुरम के घटकों के बीच स्पष्ट रूप से गलत जानकारी प्रसारित करने, प्रमुख मतदाताओं और पैरिश पुजारियों जैसे प्रभावशाली लोगों को रिश्वत देने के संबंध में कथित तौर पर भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप लगाया है।

चंद्रशेखर ने केरल स्थित समाचार संगठन '24 न्यूज' के एक टीवी इंटरव्यू में शशि थरूर द्वारा लगाए गए आरोपों पर 'आश्चर्य' व्यक्त किया है।

भाजपा नेता ने शशि थरूर द्वारा दिए गए लापरवाह बयानों को वापस लेने की भी मांग की है और कहा कि वह सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, अन्यथा इसके लिए उन्हें कानूनी परिणाम भुगतने होंगे।

नोटिस में लिखा है, नोटिस प्राप्तकर्ता द्वारा दिनांक 06.04.2024 को उपरोक्त समाचार चैनल पर हमारे ग्राहक यानी राजीव चन्द्रशेखर के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों और आक्षेपों को तुरंत वापस लें; नोटिस प्राप्तकर्ता द्वारा लगाए गए बेबुनियाद आरोपों और आक्षेपों के बारे में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से हमारे ग्राहक से उसकी संतुष्टि के लिए बिना शर्त सार्वजनिक माफी मांगें और हमारे ग्राहक की प्रतिष्ठा में बाधा डालने, बदनाम करने, परेशान करने और किसी भी अवांछित बात को फैलाने से तुरंत रोकें।ल इसके साथ ही अफवाह के लिए और भविष्य में ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल होने से रोकें।

कानूनी नोटिस में यह भी कहा गया है कि थरूर ने ये बयान राजीव चन्द्रशेखर को "नुकसान पहुंचाने के इरादे से" दिया है। इसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि कैसे इस तरह के अपमानजनक बयानों ने तिरुवनंतपुरम के पूरे ईसाई समुदाय और उसके नेताओं पर कैश-फॉर-वोट गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाकर उन्हें नुकसान पहुंचाया है और उनका अनादर किया है। इसके साथ ही 24 घंटे के अंदर सार्वजनिक माफी की भी मांग की गई है।

कानूनी नोटिस में आगे कहा गया है कि 24 न्यूज नाम के एक मलयालम समाचार चैनल पर दिनांक 06.04.2024 के समाचार वीडियो को देखकर स्तब्ध और आश्चर्यचकित हूं, जिसमें आप, नोटिस प्राप्तकर्ता (शशि थरूर) ने मानहानिकारक बयान देते हुए आरोप लगाया कि हमारे क्लाइंट (राजीव चन्द्रशेखर) ने ऐसा किया है। मतदाताओं को पैसे की पेशकश करने की अवैध गतिविधियों में और हमारा ग्राहक ईसाई समुदायों में झूठ फैला रहा है। न केवल उक्त बयान पूरी तरह से गलत हैं, बल्कि यह स्पष्ट है कि यह आगामी चुनावों में अनुचित लाभ प्राप्त करने की कोशिश करने के लिए हमारे वोटर्स की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के स्पष्ट दुर्भावनापूर्ण इरादे से दिया गया था।

यह कानूनी नोटिस थरूर द्वारा आदर्श आचार संहिता के नियम I(2) का उल्लंघन करने के तुरंत बाद आया है, जिसमें सख्ती से कहा गया है कि राजनीतिक उम्मीदवारों को अपनी आलोचना अपनी नीतियों और कार्यक्रम, पिछले रिकॉर्ड और काम तक ही सीमित रखनी चाहिए पिछला रिकॉर्ड और कार्य करें और असत्यापित आरोपों या विरूपण के आधार पर अन्य दलों या उनके कार्यकर्ताओं की आलोचना करने से बचें।

इस मामले में, '24 न्यूज' को दिए गए थरूर के बयानों की पुष्टि नहीं की गई है कि कैसे राजीव चंद्रशेखर ने सार्वजनिक रूप से उनके नाम का खुलासा किए बिना निर्वाचन क्षेत्र के प्रमुख मतदाताओं, जिनमें पैरिश पुजारी जैसे धार्मिक और सामुदायिक नेताओं को पैसे की पेशकश की थी, सत्यापित नहीं किया गया है।

थरूर पर मतदाताओं की धार्मिक पहचान की अपील करके जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 123 की उप-धारा 3 का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया गया था और उनके कार्यों को आरपी अधिनियम के तहत एक भ्रष्ट आचरण माना गया था।

कानूनी नोटिस में आगे कहा गया है कि ऐसी आशंका है कि आपने (शशि थरूर) ये आरोप गढ़े हैं और तिरुवनंतपुरम में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए इन्हें प्रसारित किया है। ऐसी आशंका है कि आप स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया को विफल करने के लिए ऐसी झूठी खबरें फैलाने में लगे हुए हैं।

नोटिस में कहा गया है कि ऐसी आशंका है कि राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ झूठे आरोप फैलाने के लिए आपके बयान अब आपके एजेंटों, समर्थकों और पार्टी के सदस्यों द्वारा सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप सहित विभिन्न प्लेटफार्मों के माध्यम से प्रसारित किए जा रहे हैं।

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