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राजनाथ सिंह ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर दिया जोर, कहा- भारत सैन्य उपकरणों के आयात पर निर्भर नहीं

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत रक्षा उपकरणों (हार्डवेयर) के आयात पर निर्भर नहीं रह सकता है। उन्होंने कहा कि भारत विश्वस्तरीय गुणवत्ता वाले और सस्ते हथियार उपकरणों और प्लेटफार्म का निर्माण कर रहा है।

By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Fri, 14 Oct 2022 04:56 AM (IST)
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राजनाथ सिंह ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर दिया जोर
नई दिल्ली, प्रेट्र: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत रक्षा उपकरणों (हार्डवेयर) के आयात पर निर्भर नहीं रह सकता है और उसे रहना भी नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार भविष्य की किसी भी सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहने के वास्ते रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने को प्रतिबद्ध है।

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रक्षा मंत्री ने विशेषज्ञों को किया संबोधित

रक्षा मंत्री दुनियाभर में भारतीय मिशनों में तैनात रक्षा अताशे (राजनयिक प्रतिनिधियों के साथ काम करने वाले विशेषज्ञ) की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता का अर्थ दुनिया से अलग-थलग रहना नहीं, बल्कि आधुनिक सेना के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक स्वायत्तता सुनिश्चित करना है।

भारत कर रहा है विश्वस्तरीय हथियारों का निर्माण

राजनाथ ने कहा, भारत विश्वस्तरीय गुणवत्ता वाले और सस्ते हथियारों, उपकरणों व प्लेटफार्म का निर्माण कर रहा है, जिन्हें दुनियाभर में मान्यता मिल रही है। हमारे रक्षा उत्पाद गुणवत्ता के दृष्टिकोण से न सिर्फ विश्वस्तरीय और विश्वसनीय हैं, बल्कि अपेक्षाकृत सस्ते भी हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि रक्षा अताशे भारत और मित्र देशों के बीच रक्षा सहयोग में सेतु का काम करते हैं। लिहाजा वे अपनी तैनाती वाले देशों में भारत के रक्षा उद्योग की क्षमताओं का प्रचार-प्रसार भी करें। बैठक में सीडीएस जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुखों ने भी हिस्सा लिया।

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