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महाराष्‍ट्र तक पहुंची त्रिपुरा हिंसा की आंच, तीन शहरों में शरारती तत्‍वों की तोड़फोड़, पुलिस पर पथराव, माहौल बिगाड़ने की कोशिश

महाराष्ट्र त्रिपुरा हिंसा के विरोध में बंद और प्रदर्शन के आह्वान ने शुक्रवार को हिंसक मोड़ ले लिया। उपद्रवी तत्‍वों की ओर से जबरदस्ती दुकानें बंद कराने की कोशिशें हुईं। यही नहीं मौके पर पहुंची पुलिस टीमों पर पथराव किया गया।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Sat, 13 Nov 2021 06:50 AM (IST)
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रजा अकादमी ने मुंबई में शुक्रवार को त्रिपुरा हिंसा को लेकर बंद का आह्वान किया।
मुंबई, एजेंसियां। पिछले महीने त्रिपुरा में हुई हिंसा की आंच अब महाराष्‍ट्र तक पहुंच गई है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को इस हिंसा की आंच में राज्‍य के तीन शहर अमरावती, नांदेड़ और नासिक झुलस गए। नांदेड़ में बंद और विरोध प्रदर्शन के आह्वान ने शुक्रवार को हिंसक मोड़ ले लिया। उपद्रवी तत्‍वों की ओर से जबरदस्ती दुकानें बंद कराने की कोशिशें हुईं जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम पर पथराव किया गया। इस घटना की वजह से शिवाजीनगर इलाके में कुछ देर के लिए तनाव का माहौल बन गया।

महाराष्ट्र के अमरावती में भी शुक्रवार को पत्‍थरबाजी हुई जिसके बाद इलाके के कई हिस्‍सों में तनाव फैल गया। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने त्रिपुरा में हुई हिंसा के खिलाफ कुछ संगठनों की ओर से विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया था। प्रदर्शन के दौरान कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने दुकानों पर पथराव किया जिससे माहौल तनावग्रस्‍त हो गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जैयाब चौराहे पर शरारती तत्‍वों द्वारा दुकानों पर पथराव किया गया। घटना के बाद दुकानदारों की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।

पीटीआइ ने पुलिस के हवाले से बताया है कि अमरावती शहर में आठ हजार से अधिक लोग जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर एक ज्ञापन सौंपने के लिए जमा हुए थे। इस ज्ञापन में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्याचार को रोकने की मांग की गई थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब लोग ज्ञापन सौंपकर लौट रहे थे तभी चित्रा चौक और कपास बाजार के बीच तीन स्थानों पर पत्‍थरबाजी की घटनाएं हुईं। मुंबई में भी रजा अकादमी ने त्रिपुरा हिंसा को लेकर मुंबई बंद का आह्वान किया था। इस आह्वान पर मुस्लिम समुदाय ने अपनी दुकानें बंद रखी थीं।

वहीं अमरावती के डीसीपी विक्रम साली ने बताया कि पांच शिकायतों के आधार पर मामला दर्ज किया जा रहा है। फिलहाल जिले में शांति है। इस विरोध मार्च के लिए पुलिस की अनुमति नहीं ली गई थी। शिकायतों के आधार पर हम हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। वहीं महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने बताया कि त्रिपुरा में हुई हिंसा के खिलाफ लोगों ने विरोध मार्च निकाला था जिसके दौरान नांदेड़, मालेगांव, अमरावती और कुछ अन्य जगहों पर पत्‍थरबाजी हुई। पाटिल ने सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

पुलिस ने बताया कि नांदेड़ में हुई इस हिंसा में दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। नांदेड़ के एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि रजा अकादमी की तरफ से नांदेड़ में एक धरना आयोजित किया गया था जिसमें भाग लेने वाले युवाओं ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने उचित बल का प्रयोग करते हुए उन्हें भगा दिया। शहर में तीन से चार जगहों पर हिंसा हुई है। मामला दर्ज किया जा रहा है। फिलहाल नांदेड़ में शांति है।

पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक नासिक जिले के संवेदनशील शहर मालेगांव में शुक्रवार को दोपहर में विरोध मार्च के दौरान पत्‍थरबाजी की घटना हुई। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक नासिक के एसपी सचिन पाटिल ने बताया कि मालेगांव में अब शांति है। शुक्रवार की शाम को तीन से चार दुकानों पर कुछ लोगों ने पथराव किया। उपद्रवियों की ओर से की गई पत्‍थरबाजी को लेकर पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है। लोगों से गुजारिश है कि किसी भी तरह की कोई गलत सूचना ना फैलाएं। ऐसा करने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

उल्‍लेखनीय है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा के विरोध में पिछले महीने त्रिपुरा के पानीसागर में भीड़ प्रदर्शन करते हुए हिंसा पर उतर आयी थी। विरोध प्रदर्शनों के दौरान उपद्रवी तत्‍वों ने मकानों एवं दुकानों को नुकसान पहुंचाया था। हालांकि शरारती तत्‍वों की ओर से घटना के बारे में अफवाहें और फर्जी तस्वीरें भी फैलाई गई थीं। इसके बाद पुलिस ने बयान जारी कर स्‍पष्‍ट किया था कि त्रिपुरा में किसी भी मस्जिद में आग नहीं लगाई गई जैसा कि शरारती तत्‍वों के द्वारा सोशल मीडिया में फर्जी तस्वीरें पोस्ट की जा रही हैं।