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Ram Mandir : 'ज्ञानी महापुरुष...', कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह को चुभ गया भाई दिग्विजय सिंह का राम मंदिर पर दिया बयान

कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह के बयान से इस बात का पता लगा है कि वह लोग बाद में अयोध्य जाकर भगवान राम के दर्शन करेंगे। हालांकि उन्होंने अभी तक निश्चित समय और तारीख नहीं बताया है लेकिन उनके बयान से यह बात तय हो गई है कि प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के बाद कांग्रेस के नेता बाद में जरूर जाएंगे।

By Jagran News Edited By: Shalini Kumari Updated: Fri, 12 Jan 2024 02:23 PM (IST)
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दिग्विजय सिंह के प्राण प्रतिष्ठा वाले बयान पर कांग्रेस नेताओं ने दी प्रतिक्रिया (फाइल फोटो)
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। राम मंदिर के उद्घाटन और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह के बयान के बाद बवाल मचा हुआ है। उनके प्राण प्रतिष्ठा वाले बयान को लेकर पार्टी के कुछ नेताओं ने दी उन पर तंज कसते हुए, उन्हें नसीहत दी।

'निमंत्रण अस्वीकार करना दुर्भाग्यपूर्ण'

कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह के बयान पर पार्टी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, "राजनेताओं को धर्म की व्याख्या करने से बचना चाहिए। भगवान राम का मंदिर यहां है, इसका स्वागत करें। यह भारत का गौरव है, यह सनातन उत्सव है। रुकावट डालना बंद करो। मैं सभी राजनेताओं से निमंत्रण स्वीकार करने की अपील करता हूं। राम सबके हैं, निमंत्रण अस्वीकार करना दुर्भाग्यपूर्ण है।"

कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, "हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हम राम मंदिर का निर्माण पूरा होते देख सकते हैं। मुझे लगता है कि 22 जनवरी भारत में राम राज्य की पुनः स्थापना की तारीख है।"

भाई ने दिग्विजय सिंह के बयान पर दी प्रतिक्रिया

वहीं, दिग्विजय सिंह के भाई और पूर्व कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने दिग्विजय सिंह के प्राण प्रतिष्ठा वाले बयान को लेकर कहा, "दिग्विजय सिंह 'ज्ञानी महापुरुष' हैं और मुझसे कहीं ज्यादा जानते हैं। मैं उनके बारे में कुछ नहीं बोल सकता।" उन्होंने कहा, "हर किसी को अयोध्या जाना चाहिए, हम हर साल वहां जाएंगे। हमारी भक्ति भगवान राम में है।"

दिग्विजय ने दिया था ये बयान

मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने पर पार्टी सांसद दिग्विजय सिंह ने उनका बचाव किया। उन्होंने कहा, "कितने आमंत्रित व्यक्तियों ने निमंत्रण स्वीकार किया है? किसी भी स्थापित धर्म गुरु ने निमंत्रण स्वीकार नहीं किया है।धर्म शास्त्र के अनुसार जिस मंदिर का निर्माण अधूरा हो, वहां किसी भी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जा सकती, यह अशुभ माना जाता है।"

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बाद में जाएंगे कांग्रेस नेता

कांग्रेस नेता ने कहा, "क्या राम मंदिर विश्व हिंदू परिषद की बपौती है? भगवान राम सब के हैं, उन पर समूचे देश के सनातनियों का समान रूप से अधिकार है, करोड़ों लोगों ने राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा दिया है, तो क्या उनका प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होना राम द्रोह है?" हालांकि, उन्होंने अभी तक समय और तारीख नहीं बताई है, लेकिन उनके बयान से यह बात तय हो गई है कि प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के बाद कांग्रेस के नेता बाद में जाएंगे।

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