Ram Mandir: अयोध्या जाने से किया इनकार, लेकिन बनाया खास प्लान; जानें क्या है I.N.D.I.A के नेताओं का 22 जनवरी का प्रोग्राम
Ram Mandir Pran Pratistha अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से यह मंदिर आम जनता के लिए भी खुल जाएगा। देशभर से लाखों श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने की राह देख रहे हैं। इसी बीच समारोह में शामिल होने के लिए मंदिर ट्रस्ट की ओर से कई गणमान्यों को न्योता भेजा गया है। हालांकि कई राजनीतिक नेताओं ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है।
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। आज पूरा देश राममय नजर आ रहा है, चंद ही घंटों में प्राण प्रतिष्ठा की विधि-विधान शुरू हो जाएगी। हर तरफ राम नाम का जाप और भजन सुनाई दे रहा है। हर एक शख्स अपने-अपने तरीके से इस उत्सव को मनाने की कोशिश कर रहा है।
आज पूरा देश प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी बनने को तैयार हैं, यहां तक कि सात हजार से अधिक मेहमानों को निमंत्रण भेजा गया है, जो शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंच चुके हैं। हालांकि, इसी बीच कुछ विपक्षी नेताओं ने इसे पॉलिटिकल इवेंट बताकर कार्यक्रम से दूरी बना ली है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उनके बयान सामने आए थे। वहीं, कुछ विपक्षी नेताओं ने अपना कार्यक्रम आयोजित किया है।
कांग्रेस पार्टी
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी को भी मंदिर ट्रस्ट की ओर से प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का न्योता दिया गया था, लेकिन इन लोगों ने समारोह से दूरी बनाने का एलान कर दिया। वहीं, राहुल गांधी भी आज असम में हैं, तो वह कामाख्या देवी मंदिर जाकर दर्शन कर सकते हैं। इसके साथ ही, पार्टी के महासचिव और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा है कि राहुल गांधी तय कार्यक्रम के मुताबिक नगांव जिले में स्थित वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान बोर्दोव थान जाकर भी दर्शन करेंग।टीएमसी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी मंदिर ट्रस्ट की ओर से समारोह में शामिल होने का निमंत्रण भेजा गया था। हालांकि, उन्होंने भी कार्यक्रम से दूरी बना ली है और बताया जा रहा है कि वह कोलकाता के कालीघाट मंदिर जाकर दर्शन-पूजन करेंगी।साथ ही, आज कोलकाता में सद्भावना रैली निकाली जाएगी, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल होने वाले हैं। इस रैली की खास बात यह होगी कि यह मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा हर एक धार्मिक स्थल से होकर गुजरेगी।
शिवसेना (यूबीटी)
शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए न्योता दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसे राजनीतिक कार्यक्रम बताकर इससे दूरी बना ली है। वह आज शाम को नासिक के कालाराम मंदिर में दर्शन करने पहुंचेंगे। साथ ही, वह कालाराम मंदिर की महाआरती में शामिल होंगे। मालूम हो कि भगवान राम का यह मंदिर दलितों के मंदिर प्रवेश करने के आंदोलन का प्रतीक माना जाता है। आज उद्धव ठाकरे विनायक दामोदर सावरकर की जन्मस्थली भी जा सकते हैं।