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Ram Mandir: राम लला की प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेसी नेताओं को जाना चाहिए या नहीं? पत्रकारों के सवाल पर पहली बार बोले राहुल गांधी

भारत जोड़ो न्याय यात्रा कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ा बयान दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि ये राजनीतिक कार्यक्रम है। ये प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी और आरएसएस का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि आरएसएस और बीजेपी ने 22 जनवरी के समारोह को पूरी तरह से राजनीतिक नरेंद्र मोदी समारोह बना दिया है।

By Jagran News Edited By: Siddharth ChaurasiyaUpdated: Tue, 16 Jan 2024 02:39 PM (IST)
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'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राम लला के 'प्राण प्रतिष्ठा' को लेकर बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि अयोध्या में 22 जनवरी के राम लला के 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम को राजनीतिक कार्यक्रम बना दिया गया है और इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और आरएसएस के इर्द-गिर्द केंद्रित कर दिया है।

'प्राण प्रतिष्ठा समारोह धार्मिक कार्यक्रम नहीं'

राम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर राहुल गांधी ने कहा कि राजनीतिक कार्यक्रम बन गया है। हिन्दू धर्म के प्रमुख लोगों (शंकराचार्य) तक ने कहा है कि यह धार्मिक कार्यक्रम नहीं है। वहीं, राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपना स्टैंड स्पष्ट करते हुए कहा कि वे राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में नहीं जा रहे हैं।

'मुझे धर्म का फायदा नहीं उठाना'

इसके पीछे की वजह बताते हुए राहुल गांधी ने कहा, "22 जनवरी का कार्यक्रम राजनीतिक कार्यक्रम है। हम सभी धर्मों के साथ हैं। मुझे धर्म का फायदा नहीं उठाना। मैं उसमें इंट्रेस्टेड नहीं हूं। मुझे मेरे धर्म को शर्ट पर पहनने की जरूरत नहीं है। हालांकि, जो भी वहां जाना चाहता है, वो जा सकता है। लेकिन हम उस दिन वहां नहीं जाएंगे। हमारी पार्टी से भी कोई वहां जा सकता है। लेकिन हम राजनीतिक कार्यक्रम में नहीं जाएंगे।"

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कांग्रेस नेता ने कहा कि यही कारण है कि कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने निमंत्रण अस्वीकार कर दिया। साथ ही राहुल गांधी का कहना था कि कांग्रेस पार्टी का कोई भी व्यक्ति, जो भी दर्शन के लिए जाना चाहता है, वो जा सकता है।राहुल गांधी ने आगे कहा, "जो मेरी सोच है वह यह है कि जो सचमुच में धर्म को मानता है वह धर्म के साथ निजी रिश्ता रखता है। मैं धर्म के सिद्धांतों से अपनी जिंदगी जीने की कोशिश करता हूं। लोगों के साथ ठीक से बर्ताव करता हूं, उनकी इज्जत रखता हूं। मैं नफरत नहीं फैलाता हूं।" 

'इंडिया गठबंधन चुनाव लड़ेगा और जीतेगा'

राहुल गांधी ने 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को लेकर संवाददाताओं से कहा, "भारत जोड़ो न्याय यात्रा विचारधारा की यात्रा है। इंडिया गठबंधन चुनाव लड़ेगा और जीतेगा। मैं इलेक्शन कैंपेन में भी भाग लूंगा और चुनाव अच्छे से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन का स्टेट्स बहुत सही है। हम लोग एक दूसरे से बात कर रहे हैं। सीट शेयरिंग पर भी चर्चा जारी है। एक दो जगह थोड़ी समस्या है, वहां भी सब अच्छे से होगा।"

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राहुल गांधी ने आगे कहा कि हम जनता को अल्टरनेटिव ऑप्शन देंगे। भारत जोड़ो यात्रा को बहुत बड़ी सफलता मिली थी। भाजपा के लोगों ने भी भारत जोड़ो यात्रा की तारीफ की थी। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की स्थिति बहुत अच्छी है और वह इस लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराएगा। 

राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के तहत इस समय नगालैंड में हैं। ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 100 लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी। इस यात्रा के दौरान 6,713 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। ज्यादातर यात्रा बस से होगी, लेकिन कहीं-कहीं पदयात्रा भी होगी। यात्रा का समापन महाराष्ट्र के मुंबई में होगा।