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हेमा मालिनी पर रणदीप सुरजेवाला की अभद्र टिप्पणी से भाजपा नाराज, सुधांशु त्रिवेदी ने याद दिलाए कांग्रेस नेताओं के पुराने बयान

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि रणदीप सुरजेवाला ने सांसद हेमा मालिनी के लिए जिस प्रकार के आपत्तिजनक अशोभनीय और अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया उन्हें किसी औपचारिक मंच से बोलना भी संभव नहीं है। यह आजादी के बाद भारत की राजनीति में कांग्रेस के द्वारा महिलाओं की अवमानना की एक नई निम्नता है। यह विषय कांग्रेस की व्यवस्थित और कुत्सित मानसिकता का है।

By Jagran News Edited By: Sonu Gupta Updated: Thu, 04 Apr 2024 09:08 PM (IST)
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हेमा मालिनी पर रणदीप सुरजेवाला की अभद्र टिप्पणी से भाजपा नाराज। फाइल फोटो।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सांसद एवं मथुरा से भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी के विरुद्ध कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला की अशोभनीय टिप्पणी के बाद भाजपा ने कांग्रेस के लिए कठघरा सजा लिया। इसे महिलाओं के प्रति कांग्रेस की व्यवस्थित और कुत्सित मानसिकता बताते हुए भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेताओं के इसी तरह के कई अशोभनीय बयान याद दिलाए।

करारा प्रहार करते हुए कहा कि नैना साहनी को तंदूर में जलाने से लेकर संदेशखाली में आदिवासी महिलाओं की इज्जत से खेलने वाले हैवान को सेक्युलर संरक्षण देने तक जो कुछ कांग्रेस ने किया है, वह प्रमाण है कि महिलाओं के प्रति उसके मन में क्या भरा है।

सुधांशु त्रिवेदी ने रणदीप सुरजेवाला के बयान पर कांग्रेस को घेरा

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रणदीप सुरजेवाला ने सांसद हेमा मालिनी के लिए जिस प्रकार के आपत्तिजनक, अशोभनीय और अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया, उन्हें किसी औपचारिक मंच से बोलना भी संभव नहीं है। यह आजादी के बाद भारत की राजनीति में कांग्रेस के द्वारा महिलाओं की अवमानना की एक नई निम्नता है। यह विषय कांग्रेस की व्यवस्थित और कुत्सित मानसिकता का है।

भाजपा प्रवक्ता ने याद दिलाए पुराने बयान

इसके बाद भाजपा ने प्रवक्ता ने क्रमवार ढंग से कांग्रेस नेताओं के बयान याद दिलाना शुरू किया। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रभारी के ऑफिशियल एक्स हैंडल से मंडी प्रत्याशी कंगना रनौत के प्रति किस तरह का भाव सामने आया। इसी तरह राहुल गांधी ने ऐश्वर्या राय बच्चन के लिए किस तरह के शब्दों का प्रयोग किया।

राहुल गांधी के छोटे-छोटे कपड़े वाले बयान पर साधा निशाना

वहीं, राहुल गांधी ने अक्टूबर 2017 में कहा था कि आरएसएस की शाखा में छोटे-छोटे कपड़े पहनकर कभी महिलाओं को देखा है क्या? छोटे कपड़े शब्द का क्या तात्पर्य था? राहुल ने ही बयान दिया था कि लोग महिलाओं से छेड़खानी करने के लिए मंदिर जाते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने अपनी पार्टी की पदाधिकारी के लिए कैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था।

रेणुका चौधरी ने क्या कहा था?

राजस्थान में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शांति धारीवाल ने राज्य में सर्वाधिक दुष्कर्म की रिपोर्ट पर कहा था कि यह मर्दों का प्रदेश है। 15 अप्रैल 2018 को जब कांग्रेस द्वारा इंडिया गेट पर कठुआ की घटना को लेकर प्रदर्शन किया था, तब कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने पार्टी से लिखित शिकायत की थी कि उनके साथ उन्हीं की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अभद्रता की। रेणुका चौधरी ने कहा था कि दुष्कर्म तो होते रहते हैं।

राहुल गांधी की मौजूदगी में हुई थी महिला पत्रकार के साथ अभद्रता

25 जून 2018 को छत्तीसगढ़ में एनएसयूआई की कार्यकर्ता ने तत्कालीन अध्यक्ष पर यौन शोषण के प्रयास का आरोप लगाया। राहुल गांधी की मौजूदगी में अप्रैल 2018 में एक महिला पत्रकार के साथ अभद्रता हुई। पिछले साल इंडिया गेट के प्रदर्शन में प्रियंका गांधी के साथ भी अभद्रता की खबरें सामने आई थीं।

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री का किया उल्लेख

कर्नाटक के तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष वी. सत्यनारायण ने दिल्ली में घटी दुष्कर्म की घटना पर कहा था कि भारत को आजादी मिली है तो क्या महिलाओं को रात में घूमने की आजादी मिली है। सुधांशु त्रिवेदी ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री के भी उस बयान का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि 57 प्रतिशत दुष्कर्म के मामले फर्जी होते हैं।

मानसिक संतुलन खो बैठे विपक्षी दल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति अपमानजनक टिप्पणियों को लेकर भी भाजपा ने प्रवक्ता ने विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि जनता के अंदर अपना विरोध और पीएम मोदी के प्रति बढ़ते समर्थन व स्नेह को देखते हुए लगता है कि विपक्षी दल, मुख्य रूप से कांग्रेस अपना मानसिक संतुलन खो बैठी।

छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पीएम मोदी के खिलाफ वैसी ही घटिया और आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है, जो निरंतर कांग्रेस कहती चली आ रही है। महंत ने कहा कि मोदी से मुकाबला करने के लिए ऐसा व्यक्ति चाहिए, जो लाठी मारकर उनका सिर फोड़ सके। मुहब्बत की दुकान से ये कौन-कौन से फरमान हैं। कांग्रेस के सहारनपुर प्रत्याशी इमरान मसूद ने भी 2014 में पीएम मोदी की बोटी-बोटी करने का बयान दिया था।

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