Rashtrapatni Row: अधीर रंजन चौधरी ने अपने बयानों से पहले भी कई बार कराई है कांग्रेस की फजीहत, जानें- उनके विवादित बयान
Rashtrapatni Row अधीर रंजन चौधरी राष्ट्रपति को लेकर दिए बयान से कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है। हालांकि ऐसा पहली बार भी नहीं हुआ है जब उनके बयानों से कांग्रेस को मुश्किलों का सामना करना पड़ा हो।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Thu, 28 Jul 2022 06:20 PM (IST)
नई दिल्ली (आनलाइन डेस्क)। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कहकर कांग्रेस की फजीहत कराने वाले के लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी की पहले भी कई बार जुबान फिसली है। इस बार राष्ट्रपति को लेकर दिए उनके बयान को लेकर सत्ता पक्ष के सांसदों को एक बार फिर से कांग्रेस को आड़े हाथों लेने का एक मुद्दा बैठे बिठाए ही मिल गया। हालांकि, उन्होंने भारी हंगामे के बाद कहा कि वो बंगाली हैं इसलिए उनसे ये चूक हो गई है। यदि इससे राष्ट्रपति को बुरा लगा है तो वो उनसे मिलकर माफी मांग लेंगे। आइये जानते हैं पहले कब-कब वो कांग्रेस के लिए अपने बयानों से भारी साबित हुए हैं।
अनुच्छेद 370 पर दिए बयान से आफत जब केंद्र ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया था तब सरकार ने अन्य देशों से मिल रही प्रतिक्रिया पर जवाब देते हुए कहा था कि ये भारत का आंतरिक मामला है। उस वक्त अधीर रंजन ने ये कहकर कांग्रेस को आफत में ला दिया था कि ये आंतरिक मामला कैसे हो सकता है जबकि 1948 से संयुक्त राष्ट्र इसको मानिटर कर रहा है। उस वक्त लोकसभा में मौजूद सोनिया गांधी ने राहुल गांधी की तरफ इशारा कर पूछा था कि ये क्या कह रहे हैं।
एनआरसी पर दिए बयान ने की कांग्रेस की फजीहत नेशनल रजिस्टर आफ सिटिजन के मामले में भी चौधरी ने अपने बयान से कांग्रेस की किरकिरी कर दी थी। उन्होंने बयान देते हुए कहा था कि पीएम नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री बाहरी हैं। ये दोनों ही बाहर से आए हैं। उन्होंने कहा था कि भारत हिंदु और मुसलमान दोनों का है। मोदी जी शाह भी गुजरात से दिल्ली आए हैं और ये दोनों गैर कानूनी रूप से बाहरी व्यक्ति हैं।
यूरोपियन पार्लियामेंट के सदस्यों पर दिए बयान ने खड़ी की मुश्किल जम्मू कश्मीर में यूरोपियन पार्लियामेंट के सदस्यों के दौरे पर भी उन्होंने जो बयान दिया था उससे भी कांग्रेस को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। ये सदस्य राज्य में अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद के हालात देखने के लिए वहां गए थे। अधीर रंजन चौधरी ने उन्हें किराए का टट्टू बताया था। उन्होंने सरकार की ये कहते हुए खिंचाई की थी कि भारत के सांसदों को वहां पर जाने से रोक दिया जाता है और यूरोपियन पार्लियामेंट के सदस्यों को वहां ले जाया जाता है।
पीएम मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी वर्ष 2019 में उन्होंने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी तक की थी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और इंदिरा गांधी की तुलना कभी नहीं की जा सकती है। उन्होंने अपने बयान में इंदिरा गांधी को गंगा तो पीएम मोदी को गंदी नाली तक बता डाला था।कपिल सिब्बल पर टिप्पणी कर फंसे अधीर
अधीर रंजन चौधरी भाजपा पर ही बदजुबानी नहीं कर चुके हैं बल्कि कांग्रेस के ही सदस्यों पर कई बार गलत बयान देकर फंस गए हैं। कांग्रेस के ही अंदर विरोधी गुट जी-23 के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के कांग्रेस लीडरशिप को लेकर उठाए गए सवालों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा था कि कपिल सिब्बल कहां के नेता हैं वो नहीं जानते हैं। उन्होंने कांग्रेस में रहकर काफी फायदा उठाया है। जब यूपीए की सरकार थी तब उनके लिए सब अच्छा था अब सरकार नहीं है तो सब बुरा हो गया है। चौधरी ने कहा था कि वो एसी रूम के अंदर बैठकर इंटरव्यू देते हैं।