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Ratan Tata Photos: हीरो जैसी पर्सनैलिटी, बेजुबानों से प्यार... देश में लॉन्च की पहली सस्ती कार; यादगार तस्वीरें

देश के सबसे सफल उद्योगपतियों में से एक और अपनी दूरदर्शिता के लिए जाने जाने वाले टाटा संस के मानद प्रमुख रतन टाटा का बुधवार देर रात निधन हो गया। लेकिन उनके कुछ प्रेरणादायक वक्तव्य हमेशा-हमेशा के लिए अमर हो गए। उनके जवानी के फोटो देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं वह कितनी हैंडसम थे और फिल्मी एक्टरों को भी मात देते थे।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Thu, 10 Oct 2024 01:32 AM (IST)
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Ratan Tata Photos: हीरो जैसी पर्सनैलिटी, बेजुबानों से प्यार...

जागरण डेस्क, नई दिल्ली। रतन टाटा के नेतृत्व में, टाटा समूह ने सिर्फ व्यापार करने में ही नहीं बल्कि भारत में स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भले ही उनका नाम देश के सबसे अमीर लोगों की सूची में काफी नीचे आता है, लेकिन रतन टाटा अपने व्यापारिक साम्राज्य और अपनी मजबूत कार्य नीति के लिए जाने जाते हैं।

रतन टाटा का निधन नौ अक्टूबर को निधन हो गया, लेकिन वह भारत पर अपनी एक छाप छोड़कर गए हैं। वह भारत के सबसे सम्मानित उद्योगपतियों में से एक हैं। उनके जवानी के फोटो देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं वह कितनी हैंडसम थे और फिल्मी एक्टरों को भी मात देते थे। सफेद टी शर्ट में उनका फोटो आज भी वायरल है।

रतन टाटा बेजुबानों से काफी प्यार करते थे। कुछ दिन पहले एक स्टोरी काफी वायरल हुई थी जिसमें एक महिला मुंबई के ताज होटल गई थी, उसने गेट पर एक स्ट्रीट डॉग को देखा तो उसने वहां के स्टाफ से शिकायत की थी, जिसके बाद वहां के स्टाफ ने महिला को बताया था कि उनके होटल के मालिक रतन टाटा की तरफ से खास निर्देश है कि यहां से कुत्ते को नहीं हटाया जाए और उसकी देखभाल की जाए। इतना ही नहीं रतन टाटा कुत्तों की सुरक्षा से जुड़े कई स्टार्टअप में इनवेस्ट भी कर चुके हैं।

रतन टाटा 1961 में टाटा समूह में शामिल हुए, उन्होंने निचले स्तर से शुरुआत करते हुए, जमशेदपुर में टाटा स्टील के शॉप फ्लोर पर काम किया। वह टाटा इंडस्ट्रीज में सहायक के रूप में शामिल हुए। इसके बाद 1991 में, जेआरडी के बाद रतन टाटा टाटा समूह के अध्यक्ष बने।

टाटा के सबसे साहसिक कदमों में से एक टेटली (यूके), कोरस (यूके) और जगुआर लैंड रोवर (यूके) जैसी वैश्विक कंपनियों का अधिग्रहण करना था, जिसने भारतीय व्यवसायों को वैश्विक मानचित्र पर पहुंचाया।

1996 में टेलीकॉम में प्रवेश किया। रतन टाटा ने समूह के क्षितिज का विस्तार करते हुए, टाटा टेलीसर्विसेज के साथ दूरसंचार क्षेत्र में एक साहसिक कदम उठाया।

टाटा इंडिका नाम तो सुना होगा। रतन टाटा के नेतृत्व में, टाटा मोटर्स ने 1998 में टाटा इंडिका लॉन्च की, जो भारत की पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई यात्री कार के रूप में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई।

रतन टाटा ने लॉन्च की टाटा नैनो। 2008 में रतन टाटा ने जनता के लिए कार बनाने का अपना सपना पूरा किया और एक लाख की कीमत वाली टाटा नैनो एक इंजीनियरिंग चमत्कार थी और भारतीय परिवारों के लिए कारों को किफायती बनाने का एक प्रयास था। टाटा नैनो ने 2011 में वैश्विक मंच पर भारतीय नवाचार को प्रदर्शित करते हुए अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कदम रखा।