Ration Card: इस साल राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी में आई तेजी, 11 महीनों में 28 करोड़ लेनदेन का बना रिकॉर्ड
इस साल पूरे भारत में राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी में तेजी आई है। राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी के तहत संबंधित व्यक्ति एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने पर भी इसका उपयोग पहले की तरह कर सकता है। अगस्त 2019 में एक देश एक राशन कार्ड योजना की शुरुआत के बाद से देश में 125 करोड़ से अधिक पोर्टेबिलिटी लेनदेन दर्ज किए गए हैं।241 लाख टन से अधिक खाद्यान्न वितरित किए गए।
पीटीआई, नई दिल्ली। खाद्य मंत्रालय ने कहा है कि इस साल पूरे भारत में राशन कार्ड 'पोर्टेबिलिटी' में तेजी आई है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वर्ष 2023 के पहले 11 महीनों में राशन दुकानों से खाद्यान्न को लेकर 28 करोड़ लेनदेन दर्ज किए गए और 80 लाख टन से अधिक खाद्यान्न वितरित किया गया।
राशन कार्ड 'पोर्टेबिलिटी' के तहत संबंधित व्यक्ति एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने पर भी इसका उपयोग पहले की तरह कर सकता है। अगस्त 2019 में एक देश, एक राशन कार्ड (ओएनओआरसी) योजना की शुरुआत के बाद से देश में 125 करोड़ से अधिक पोर्टेबिलिटी लेनदेन दर्ज किए गए हैं। इससे 241 लाख टन से अधिक खाद्यान्न वितरित किए गए हैं।
दूसरे राज्यों में राशन दुकानों से खाद्यान्न लेना शामिल
इसमें राज्य के भीतर और दूसरे राज्यों में राशन दुकानों से खाद्यान्न लेना शामिल है। एक देश, एक राशन कार्ड का उद्देश्य राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत गरीब लाभार्थियों, विशेष रूप से प्रवासियों को बायोमेट्रिक या पोर्टेबिलिटी के माध्यम से खाद्यान्न के उठाव के समय आधार प्रमाणीकरण के साथ देश में किसी भी ई-पीओएस (इलेक्ट्रानिक प्वाइंट आफ सेल डिवाइस) सक्षम राशन दुकानों से राशन का लाभ उठाने का पात्र बनाना था।यह भी पढ़ें: TN DGP Office: तमिलनाडु के डीजीपी ऑफिस को मिली बम से उड़ाने की धमकी, 30 जगहों पर विस्फोटक होने का दावायह भी पढ़ें: India-Russia Ties: रूसी हथियारों का खरीदार से भागीदार कैसे बना भारत, 60 साल पुराने संबंधों की अटूट कहानी