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भारत और चीन के बीच रिश्ते सामान्य नहीं', विदेश मंत्रालय ने कहा- राजनयिक और सैन्य स्तर पर बातचीत जारी

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि चीन पर भारत की स्थिति स्पष्ट है और दोनों देश के बीच रिश्ते सामान्य नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि भारत और चीन ने अक्टूबर और नवंबर में सैन्य और राजनयिक पक्ष दोनों पर बातचीत की है। पूर्वी लद्दाख में गतिरोध को कम करने के चल रहे प्रयासों के तहत चुशुल में कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता भी हुई थी।

By Agency Edited By: Sonu Gupta Updated: Thu, 04 Jan 2024 07:33 PM (IST)
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भारत और चीन के बीच रिश्ते सामान्य नहींः विदेश मंत्रालय। फाइल फोटो।

एएनआई, नई दिल्ली। भारत ने चीन के साथ अपनी स्थिति को एक बार फिर से दोहराते हुए कहा कि दोनों देश राजनयिक और सैन्य स्तर पर बातचीत जारी रखे हुए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने गुरुवार को साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि चीन पर भारत की स्थिति स्पष्ट है और दोनों देश के बीच रिश्ते सामान्य नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि भारत और चीन ने अक्टूबर और नवंबर में सैन्य और राजनयिक पक्ष दोनों पर बातचीत की है।

अक्टूबर में हुई थी कमांडर-स्तरीय वार्ता

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अक्टूबर में दोनों देशों की कमांडर-स्तरीय बैठक हुई थी, जिसमें  सैन्य और राजनयिक तंत्र के माध्यम से बातचीत पर आम सहमति बनी थी। इस बैठक में सीमावर्ती क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर शांति बनाए रखने के लिए भी प्रतिबद्धता जताई गई थी।  

 सीमावर्ती इलाकों में शांति बनाए रखने पर बनी थी सहमति

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र (WMCC) की बीसवीं बैठक पिछले साल 30 नवंबर को हुई थी, जिसमें दोनों के बीच सीमावर्ती इलाकों में शांति बनाए रखने, जमीनी स्तर पर स्थिर स्थिति सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने की जरूरत पर सहमत हुए।

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चुशुल में हुई थी कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता

मालूम हो कि हाल ही में भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में गतिरोध को कम करने और तनाव घटाने के चल रहे प्रयासों के तहत चुशुल में कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता का 20वां दौर आयोजित किया था। यह बैठक 9-10 अक्टूबर को भारतीय सीमा पर चुशुल-मोल्डो सीमा बैठक बिंदु पर आयोजित की गई थी।

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दोनों देशों के बीच जल्द हो सकती है अगले दौर की वार्ता

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों पक्ष सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत जारी रखने के लिए जल्द से जल्द वरिष्ठ कमांडरों की बैठक का अगला दौर आयोजित करने पर सहमत हुए हैं।